Delhi News: मणिपुर (Manipur Violence) में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने को लेकर पिछले कुछ दिनों से देशभर में जारी सियासी बवाल अभी थमा नहीं है. विपक्षी दलों के आरोपों के बीच केंद्र और राज्य सरकार इस मामले को थामने की कोशिश में जुटी है. इस बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) द्वारा मणिपुर पहुंचने की सूचना इस मसले को और तूल देने वाला साबित हो सकता है. हालांकि, मणिपुर सरकार ने वर्तमान हालात को देखते हुए स्वाति मालीवाल को राहत कैंप तक जाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है.
रविवार को स्वाति मालीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मणिपुर सरकार ने सिफारिश की है कि मैं कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के कारण अपनी यात्रा स्थगित करने पर विचार करूं. उनके सुझाव पर विचार-विमर्श के बाद योजनानुसार इम्फाल के लिए उड़ान भरने का निर्णय लिया है. मणिपुर के सीएम से समय मांगा है. उनसे मुलाकात करूंगी और उनसे अपील करूंगी कि वह यौन उत्पीड़न से बचे लोगों से मिलने हमारे साथ चलें. बता दें कि मणिपुर सरकार ने वर्तमान हालात को देखते हुए स्वाति मालीवाल को राहत कैंप तक जाने की इजाजत देने से इनकार किया.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि मणिपुर में कानून ब्यवस्था खराब है. मैं मणिपुर जा रही हूं. मणिपुर सरकार कह रही है कानून ब्यवस्था खराब है. आप मत आओ. मणिपुर सरकार कह रही है, आप अपने निर्णय पर विचार कीजिए. मुझे मणिपुर जाने से रोका जा रहा है. मुझे रोकने की कोशिश न की जाए. मुझे राहत कैंप जाने दिया जाए. मैंने, मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है. मणिपुर का जो वीडियो देखा है, वह दिल को दहला देने वाला था. अगर राजस्थान और बंगाल में दिल दहला देने वाली घटना होगी तो हम वहां भी जाएंगे.
क्यों हो रही है रोकने की कोशिश?
स्वाति मालीवाल ने अपने अखिरी ट्वीट में लिखा है कि यह सूचना देने के बाद कि मैं मणिपुर आ सकता हूं, वहां की सरकार ने वहां जाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है. ये चौंकाने वाला और बेतुका है. मैं यौन हिंसा से बचे लोगों से क्यों नहीं मिल सकता? मैंने उनसे चर्चा करके अपने टिकट पहले ही बुक कर लिए हैं.' मुझे रोकने की कोशिश क्यों की जा रही है??? स्वाति मालीवाल ने इस ट्वीट को मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह (N Biren singh) और मणिपुर पुलिस को भी टैग किया है.
ये है मणिपुर सरकार का जवाब
मणिपुर के संयुक्त सचिव गृह रेहानुद्दीन चौधरी ने मालीवाल के लेटर के जवाब में लिखा है कि मुझे यह जानकारी देने के लिए कहा गया है कि मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति अभी ठीक नहीं है, इसलिए 23 से लकर 30 जुलाई तक आपके दौरे को स्थगित किया जा रहा है.