Delhi News:  पिछले ढाई माह से मणिपुर में रुक रुककर हिंसक (Manipur Violence) घटना का सिलसिला जारी है. शासनिक और प्रशासनिक एजेंसियां इन घटनाओं काबू कर पाती उससे पहले कूकी समुदाय की महिलाओं को निर्वस्त्र कर  घुमाने का एक वीडियो वायरल होने से देश की राजनीति में बवाल की स्थिति है. मानवीयता को शर्मसार करने वाली इस घटना को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार विरोधी दलों के निशाने पर आ गई है. अब आप सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने एक ट्वीट कर बीजेपी की रीति नीति पर कई सवाल उठाए हैं. 
    
आप नेता ने इस घटना को लेकर कहा है कि पहली चीज तो यह है कि वायरल वीडियो इंसानियत और मानवता को ताड़ ताड़कर करने वाला और बेहद दर्दनाक है. इस वीडियो ने देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है. दुख की बात यह है कि केंद्र में बैठी बीजेपी की प्रचंड बहुमत की सरकार इस बात को स्वीकार करने के लिए भी तैयार नहीं है कि मणिपुर जल रहा है. सब कुछ ठीक नहीं है. मैं पूछना चाहता हूं बीजेपी से, क्या यही है 21वीं सदी का हमारा भारत. क्या यही है न्यू इंडिया, जिसके विकास की गाथा विदेश में जाकर पीएम मोदी गाते रहते हैं. 



डबल इंजन का मतलब डबल बर्बरता


राघव चड्ढा आगे कहते हैं, दो दिन पहले 38 दलों की एनडीए की दिल्ली के फाइव स्टार होटल में बैठक हुई थी. मैं पूछना चाहता हूं कि 38 में से एक दल के भी नेता ने क्या पीएम से पूछा कि मणिपुर में ये क्या हो रहा है. ताज्जुब की बात तो यह है कि 38 में से 10 दल नार्थ ईस्ट से आते हैं. क्या किसी एक ने भी पीएम से पूछा ​कि मणिपुर क्यों जल रहा है.चुनावों के दौरान बीजेपी वाले कहा करते थे- डबल इंजन की सरकार लाओ, डबल इंजन की सरकार चलेगी. डबल इंजन की सरकार से विकास ज्यादा तेजी से होगा. लेकिन मणिपुर में तो डबल इंजन का मतलब डबल बर्बरता, डबल इंजन का मतलब डबल हैवानियत और डबल इंजन का मतलब डबल शोषण होना है. मैं, जिम्मेदारी से कहना चाहता हूं कि बीजेपी इस देश को सुरक्षा प्रदान करने के काबिल नहीं है. 


इस पर BJP नेता बयान क्यों नहीं देते?


बीजेपी की सरकार इस देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा नहीं कर सकती. हमारे देश का अभिन्न अंग मणिपुर जल रहा है. इसके बावजूद बीजेपी के तमाम बड़े नेता जो पाकिस्तान से कजाकिस्तान तक, कुछ भी होता है तो अपनी प्रतिक्रिया तपाक से देते हैं, लेकिन मणिपुर की घटना को लेकर किसी ने प्रतक्रिया दी. बीजेपी के एक भी नेता बयान नहीं देते. मणिपुर में हिंसा के 80 दिने हो गए, पर किसी बीजेपी सरकार ने एक ट्वीट तक नहीं की. दुख की बात और देश की विडंबना यह है कि मणिपुर में एक निकम्मी सरकार है जो देश को सुरक्षा नहीं प्रदान कर सकती. मैं बीजेपी वालों से पूछना चाहता हूं कि क्या यही है, 21वीं सदी का भारत? क्या यही है वो भारत जिसके विकास की गाथा पीएम मोदी विदेश में जाकर गाते-गाते नहीं थकते? मणिपुर की घटना को लेकर बीजेपी नेतृत्व वाली राज्य सरकार चुप है। बीजेपी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार एनडीए की रणनीति में व्यस्त है। डबल इंजन? सरकार ट्विटर के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बना रही है, जबकि भयानक अपराध के अपराधी अभी भी खुले घूम रहे हैं। सरकार बताए पीड़ितों को न्याय कब मिलेगा?


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