Manipur Violence: अरविंद केजरीवाल ने मणिपुर के मुख्यमंत्री से की बात, दिल्ली के चार छात्रों को लाया जाएगा वापस
Manipur Violence News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के चार छात्र मणिपुर में हैं और उन्हें मंगलवार को वापस लाया जाएगा क्योंकि सोमवार को कोई उड़ान उपलब्ध नहीं है.
CM Arvind Kejriwal News: दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि उन्होंने मणिपुर (Manipur) के सीएम एन बीरेन सिंह (N Biren Singh) से राष्ट्रीय राजधानी के चार छात्रों को वापस लाने के संबंध में बात की, जो हिंसा प्रभावित राज्य में फंसे हुए हैं. सीएम केजरीवाल ने कहा कि एन बीरेन सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि छात्रों को हर जरूरी मदद मुहैया कराई जाएगी. गौरतलब है कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के कदम को लेकर पिछले हफ्ते राज्य में हिंसक झड़पें हुईं.
इस कदम का विरोध कर रहे नगा और कुकी आदिवासियों की ओर से तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद हिंसक झड़पें हुईं. एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के चार छात्र मणिपुर में हैं और उन्हें मंगलवार को वापस लाया जाएगा. उन्होंने कहा, “मणिपुर में चार छात्र दिल्ली से हैं. वे सुरक्षित हैं. उन्हें कल वापस लाया जाएगा क्योंकि आज कोई उड़ान उपलब्ध नहीं है. मैं मणिपुर के मुख्यमंत्री से भी बात करूंगा.”
मणिपुर के सीएम ने दिया ये आश्वासन
बाद में, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, “मणिपुर के सीएम से बात की. उन्होंने बहुत ही सौहार्दपूर्ण तरीके से बात की और हमारे छात्रों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. आपका धन्यवाद सर.” अधिकारियों के मुताबिक, हिंसा में कम से कम 54 लोग मारे गए हैं और मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों से 23,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
सोमवार को कर्फ्यू में दी गई ढील
इस बीच हिंसा प्रभावित मणिपुर में सोमवार को सुबह कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील देने के साथ ही जनजीवन कुछ हद तक सामान्य स्थिति में लौटने लगा. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान इंफाल में लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए अपने घरों से निकले. अधिकारियों ने बताया कि कर्फ्यू में ढील के दौरान सेना के ड्रोन और हेलीकॉप्टरों के जरिए स्थिति पर नजर रखी गई. पिछले कुछ दिनों से जातीय हिंसा से प्रभावित अलग-अलग क्षेत्रों में सेना और असम राइफल्स के जवानों ने फ्लैग मार्च किया.
ये भी पढ़ें- Delhi Metro: मेट्रो में अश्लील वीडियो को लेकर DMRC अलर्ट, अब सिविल ड्रेस में नजर रखेगी पुलिस