प्रदूषण पर मनीष सिसोदिया का केंद्र सरकार के सवाल, 'AAP पर आरोप लगाने के अलावा...'
Delhi AIR Pollution: दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रदूषण को लेकर कहा कि आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाने के अलावा केंद्र सरकार क्या कर रही है? इस बात पर उन्हें थोड़ी शर्म आनी चाहिए.
Manish Sisodia On Pollution: दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच राजनीति भी गरमाई हुई है. इस बीत दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने प्रदूषण और पराली जलाने के मामले को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि इस समय पूरा देश एक आपदा से गुजर रहा है. हमें प्रदूषण को राजनीति से ऊपर उठकर देखना होगा और बीजेपी को भी इसे गंभीरता से लेना पड़ेगा.
मनीष सिसोदिया ने कहा, ''प्रदूषण कोई ऐसा विषय नहीं है जिसके लिए आप आम आदमी पार्टी पर आरोप लगा दो कि यहां AAP की सरकार है. इस समय पूरा उत्तर भारत भयंकर पराली के धुएं की चपेट में है. बीजेपी को समझना होगा कि केंद्र में उनकी सरकार है. उनकी ये जिम्मेदारी है कि जब पूरे भारत में एक डिजास्टर हो रखा है. पूरे उत्तर भारत के लोगों का दम घुट रहा है. इसके लिए उनकी सरकार पिछले 7-8 साल से क्या कर रही है?
#WATCH | Delhi: On pollution issue, AAP leader Manish Sisodia says, "At present, the whole country is suffering from pollution. We have to look at pollution above politics and BJP also has to take it seriously. It is not a subject for which you can blame the Aam Aadmi Party only.… pic.twitter.com/euINcF8yK4
— ANI (@ANI) November 18, 2024
केंद्र ने पराली को लेकर कोई कदम नहीं उठाया- सिसोदिया
उन्होंने सवाल करते हुए कहा, ''आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाने के अलावा केंद्र सरकार क्या कर रही है? इस बात पर उन्हें थोड़ी शर्म आनी चाहिए. पिछले 7-8 साल में पूरे देश में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं. दिल्ली में तो पराली नहीं जलती है. आम आदमी पार्टी को पंजाब में जब से जिम्मेदारी मिली तो वहां 80 फीसदी पराली जलनी कम हो गई है. बीजेपी क्या कर रही है? विपक्ष को कोसने के अलावा केंद्र सरकार ने पराली को लेकर कोई कदम नहीं उठाया.''
पूरे उत्तर भारत के राज्यों से पराली का धुंआ आ रहा- सिसोदिया
AAP नेता ने आगे कहा, ''ये भी सोचना पड़ेगा कि पराली का धुंआ आ कहां से रहा है. ये किसी एक राज्य से नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत के राज्यों से आ रहा है. ये हरियाणा से आ रहा है. यहां ये 23 फीसदी बढ़ गया है. उत्तर प्रदेश में पराली जलाई जा रही है. यहां भी 60 से 70 फीसदी पराली जलाने के मामले बढ़ गए हैं. मध्य प्रदेश में इस बार रिकॉर्ड पराली जलाने के मामले सामने आए हैं. तो जिनको जिम्मेदारी लेनी चाहिए उन्हें ये समझना होगा कि इस पर राजनीति से काम नहीं चलेगा. सिर्फ बयानबाजी से क्या हासिल होगा?
उन्होंने कहा, ''राष्ट्र के ऊपर कोई आपदा आती है तो केंद्र अपनी जिम्मेदारी निभाए. आज GRAP लागू है. दिल्ली सरकार GRAP-4 को लेकर इतनी गंभीर है कि इसके नियम के खिलाफ कोई काम नहीं होने देती है. लेकिन आप गाजियाबाद में चले जाएंगे तो वहां डीजल वाली गाड़ियां चलती दिख जाएंगी. आज दिल्ली में कंस्ट्रक्शन बैन है. गाजियाबाद में भी GRAP-4 लगा हुआ है लेकिन वहां निर्माण कार्य होते दिख जाएगा.
मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि नोएडा, सोनीपत, मेरठ में भी कंस्ट्रक्शन होते दिख जाएगा. सिर्फ दिल्ली के लोगों का ही नहीं बल्कि पूरे नॉर्थ इंडिया के लोगों का दम घुट रहा है. पूरे उत्तर भारत में कोई ऐसा शहर नहीं बचा है जहां, लोगों का दम नहीं घुट रहा है. बीजेपी तुच्छ राजनीति के तहत मास्क बांटकर कह रही है कि हम पॉल्यूशन का सॉल्यूशन निकाल रहे हैं.
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