Manish Sisodia And Satyendar Jain Resigns: पंजाब (Punjab) और गुजरात (Gujarat) विधानसभा के बाद दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD Election) में मिली बहुमत के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने बहुत कम समय में ही राष्ट्रीय पार्टी बनने का मुकाम हासिल कर लिया. इसके बाद शायद राजनीतिक पंडितों ने भी यह सोचा नहीं होगा कि कुछ ही हफ्तों में आप अपने अब तक के सियासी सफर के सबसे बड़े संकट में घिरने जा रही है. इतना ही नहीं 2024 लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) के लिए बीजेपी (BJP) या यूं कह लें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के सामने विपक्ष के रूप में पीएम पद का चेहरा अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को आप के अलावा दूसरे बड़े नेता भी मानने लगे थे. अब एक साथ पार्टी के दो नेताओं का भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से इस्तीफा देना केजरीवाल के 2024 चुनावी रण को भी कठिन बनाता दिखाई दे रहा है.


केंद्र सरकार के साथ-साथ बीजेपी के सभी बड़े नेताओं और स्टार प्रचारकों की फौज दिल्ली में होने के बावजूद लगातार तीन बार से आम आदमी पार्टी राज्य की सत्ता में आने में कामयाब रही. इतना ही नही इसके बाद 15 सालों से बीजेपी के सबसे मजबूत किले एमसीडी को ध्वस्त करने के बाद आम आदमी पार्टी ने इस बार नगर निगम में भी बड़ी बहुमत के साथ जीत हासिल कर सबको चौंका दिया.


आप के लिए राह नहीं होगी आसान


यही वजह है कि पुराने राजनीतिक धुरंधरों के साथ-साथ वर्तमान में भी कई दलों ने यह मान लिया कि पीएम मोदी को 2024 लोकसभा चुनाव में केजरीवाल कड़ी चुनौती दे सकते हैं और एक बेहतर विकल्प भी हो सकते हैं. इसमें कोई शक नहीं कि कुछ ही घंटों में बड़ा सियासी उलटफेर होने के बाद अब पहले जैसी स्थिति अनुसार आप के लिए यह राह आसान नहीं होगी. सीबीआई की ओर से मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी और दोनों आरोपी मंत्रियों का इस्तीफा पार्टी के साथ-साथ सीएम केजरीवाल की छवि को भी करारा झटका है.


दिल्ली के शिक्षा मॉडल को आप ने रखा था देश के सामने


पंजाब से लेकर गुजरात विधानसभा के अलावा अन्य राज्यों के चुनाव में सीएम केजरीवाल के साथ-साथ खुद शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और आप नेताओं की ओर से दिल्ली के शिक्षा मॉडल को एक मिसाल के तौर पर सबके सामने रखा जा रहा था. खास तौर पर चुनावी सभाओं में वोटरों को प्रभावित करने के लिए तो शिक्षा व्यवस्था का जिक्र सबसे ज्यादा किया जाता था.


सियासत के जानकारों ने लगाया था यह अंदाजा


सीएम केजरीवाल के संबोधन के आधार पर सियासत के जानकारों ने यह अंदाजा लगाया कि वह अपने आप को 2024 लोकसभा चुनाव के लिए पीएम उम्मीदवार के तौर पर जनता के सामने सीधे रख रहे हैं, लेकिन जिस शिक्षा मॉडल का जिक्र आप नेता करते आ रहे थे, अब उसी विभाग के मंत्री मनीष सिसोदिया पर भ्रष्टाचार का आरोप हैं और उन्होंने इस्तीफा भी दे दिया है. यह अपने आप में कहे जाने वाले दिल्ली की विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा कर रहा है.


दूसरे दलों के नेताओं का मिला है साथ


अभी कुछ ही दिन पहले सीएम केजरीवाल ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और तीसरे मोर्चे को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी थी. हालांकि, मनीष सिसोदिया पर लगे आरोपों को लेकर प्रवक्ता संजय राउत ने उनका बचाव किया है. इसके अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी आम आदमी पार्टी के साथ खड़े हैं, लेकिन आने वाले चुनाव में इन छोटे दलों का साथ पर्याप्त नहीं होगा, क्योंकि यह सीधे-सीधे आप पार्टी के उन नेताओं पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप है, जिनके साथ अरविंद केजरीवाल 2024 की सियासी रण में कूदने की तैयारी में थे.


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