Manish Sisodia Arrested: दिल्ली के सरकारी स्कूल के गेट पर लगा 'आई लव मनीष सिसोदिया' का बैनर, पुलिस ने लिया बड़ा एक्शन
I Love Manish Sisodia Banner News: शिकायतकर्ता दिवाकर ने बताया कि जब हमने बैनर लगाने वालों से पूछा कि क्या उनके पास अनुमति है तो उन्होंने खुद को विधायक अब्दुल रहमान से संबंधी होने का दावा किया.
Manish Sisodia News: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने दिल्ली सरकार के एक स्कूल के गेट पर 'आई लव मनीष सिसोदिया' (I love Manish Sisodia) बैनर लगाने के खिलाफ मामला दर्ज किया है. शनिवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके (Shastri Park ) में स्थानीय निवासियों ने शुक्रवार सुबह बैनर लगाए जाने का विरोध किया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद शास्त्री पार्क पुलिस स्टेशन में दिल्ली संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया.
लोगों ने किया बैनर लगाने का विरोध
इस मामले को लेकर एक स्थानीय निवासी दिवाकर पांडे ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी. शिकायतकर्ता दिवाकर पांडे ने बताया कि 3 मार्च को सुबह 8.30 बजे के करीब आम आदमी पार्टी (AAP) के कुछ कार्यकर्ता शास्त्री पार्क में सरकारी स्कूल के गेट के ऊपर एक बैनर लगा रहे थे. सबसे पहले, उन्होंने स्कूल से एक डेस्क निकाली और उसे बाहर लाकर उस पर चढ़ गए और गेट पर 'आई लव मनीष सिसोदिया' का पोस्टर लगाने लगे, जिस पर लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है, इसे राजनीति से दूर रखो.
विधायक ने बैनर लगाने का किया दावा
शिकायतकर्ता दिवाकर ने बताया कि जब हमने बैनर लगाने वालों से पूछा कि क्या उनके पास अनुमति है तो उन्होंने खुद को विधायक अब्दुल रहमान से संबंधी होने का दावा किया. इसके बाद एक शख्स ने विधायक से संपर्क किया और उनसे पूछा कि क्या उन्होंने इजाजत दी है, तो विधायक ने हां में जवाब दिया. हम जानते हैं कि विधायक झूठ बोल रहा है, क्योंकि किसी राजनीतिक लाभ के लिए किसी स्कूल का इस्तेमाल करने की अनुमति कभी नहीं दी जाती है.
विरोध के बाद हटाया गया बैनर
शिकायतकर्ता ने बताया कि लोगों के विरोध करने पर बैनर हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि समस्या यह है कि बच्चों से 'आई लव मनीष सिसोदिया' लिखवाया गया. हमारी संस्कृति इन सब चीजों की इजाजत नहीं देती है. उन्होंने आरोप लगाया कि वे बच्चों का ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं. हमने प्रिंसिपल से पूछा, लेकिन वह मामले की गंभीरता को समझ नहीं पाई, इसके बाद मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इस पूरे मामले की शिकायत जब पुलिस की गई, तो पुलिस ने मामला दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
बच्चों व स्कूल प्रिंसिपल पर दबाव का आरोप
वहीं, एक और स्थानीय निवासी दुर्गेश तिवारी के मुताबिक, आप के कुछ कार्यकर्ता यहां आए थे और गेट पर 'आई लव सिसोदिया' का बैनर लगा दिया था और स्कूल आने वाले बच्चों को गेट के पास बैठने के लिए बुलाया था. उन्होंने बताया कि इस दौरान मैंने उनका विरोध किया और कहा कि वे जो कर रहे हैं, वह सही नहीं है. इस पर आप कार्यकर्ताओं ने जवाब दिया कि केंद्र सरकार जो कर रही है, वह सही नहीं है. उसने हमारे शिक्षा मंत्री को जेल भेज दिया है. उन्होंने कहा कि बच्चे उनके प्रति अपनी सहानुभूति दर्ज करा रहे हैं. तिवारी ने घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बच्चों से शराब के आरोपी का बचाव करवाया जा रहा है, यह कहां तक सही है? ये लोग बच्चे और स्कूल के प्रिंसिपल पर इस तरह की हरकतें करने के लिए दबाव डाल रहे हैं.
सीबीआई ने सिसोदिया को किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली की नई आबकारी नीति बनाने और लागू करने में कथित अनियमितताओं के आरोप में पिछले रविवार को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. विपक्ष की ओर से गड़बड़ी के आरोपों के बीच नीति को वापस ले लिया गया था. सुप्रीम कोर्ट की ओर से मामले में दखल देने से इनकार के बाद सिसोदिया ने शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी. राष्ट्रीय राजधानी में एक ट्रायल कोर्ट के समक्ष सिसोदिया की ओर से दायर नई जमानत याचिका में कहा गया है कि उन्हें हिरासत में रखने से कोई सार्थक उद्देश्य पूरा नहीं होगा, क्योंकि मामले में सभी बरामदगी पहले ही की जा चुकी है. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम जांच में सहयोग कर रहे थे और सीबीआई की ओर से बुलाए जाने पर वह पेश हुए थे. इस मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी है. सिसोदिया ने अपनी याचिका में आगे कहा कि वह डिप्टी सीएम के महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर हैं और समाज में उनकी इज्जत है.
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