ABP Live Impact Makers Conclave: आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने एबीपी लाइव के खास कार्यक्रम इम्पेक्ट मेकर्स कॉन्क्लेव 2024 (Impact Makers Conclave 2024) में कहा कि जनता 90 से 95 फीसदी सीटें फिर AAP को देने वाली है.


मुख्यमंत्री क्यों नहीं बने?


अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री नहीं बनने के फैसले पर मनीष सिसोदिया ने कहा, ''मैं जनता के बीच जाऊं तो ज्यादा अच्छा है. इन्होंने कई आरोप लगाए. ये केस (दिल्ली आबकारी नीति) लंबा चलेगा, 7 से 8 साल तक तो चलेगा ही. मैं चाहता तो कुर्सी पर बैठ सकता था. हमने फैसला किया कि जनता की अदालत तय करे कि मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी ने झूठे आरोप लगाए थे. ये ईमानदारी का चुनाव है. दिल्ली की जनता कहे कि मनीष सिसोदिया को शिक्षा मंत्री बनना चाहिए, अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनना चाहिए. इसलिए पद त्याग किया है. जनता कहेगी की नहीं बैठना है तो कुर्सी पर नहीं बैठेंगे.''


दिल्ली में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आप की पदयात्रा पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. 


कांग्रेस से गठबंधन पर सिसोदिया ने क्या कहा?


मनीष सिसोदिया ने कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर कहा कि हम इंडिया गठबंधन के हिस्सा हैं. बीजेपी की नीतियां खराब है, ये हम सभी मानते हैं. इंडिया गठबंधन की सोच के मुताबिक, बीजेपी को हटाने के लिए काम कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव में हम साथ हैं. लेकिन हम राज्य के हिसाब से देखें तो हमे कहां साथ लड़ना है और कहां अलग लड़ना है, ये समय के अनुसार तय करते हैं.



उन्होंने कहा, ''हमारी लड़ाई कांग्रेस से नहीं है. हमारी लड़ाई इस वक्त उस सोच से है जो इस देश की अर्थव्यवस्था को खराब कर रही है. युवाओं को भटका रही है. बीजेपी ने डीसीडब्ल्यू के कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. हमें उस सोच को हराना है, उसके लिए हम इंडिया गठबंधन के साथ हैं. हरियाणा में कांग्रेस थोड़ा बड़ा दिल रखती. हरियाणा में बीजेपी नहीं जीती है, कांग्रेस हारी है. कांग्रेस जीता हुआ चुनाव हार जाती है. पार्टी को आत्ममंथन करना होगा.''


लोकसभा चुनाव में खाता नहीं खुलने पर क्या बोले?


लोकसभा चुनाव में दिल्ली में खाता नहीं खोलने के सवाल पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में पिछले तीन चुनावों से यही पैटर्न है. लोकसभा चुनाव में जनता बीजेपी को वोट करती है, चार महीने बाद विधानसभा चुनाव होता है तो वो अरविंद केजरीवाल को सीटें देती है. इसमें खुशी की बात है कि अब फिर जो चुनाव होने वाले हैं, उसमें भी जनता 90 से 95 फीसदी सीटें आम आदमी पार्टी को देने वाली है. यही पैटर्न काम करेगा.


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