Delhi Assembly Election 2025: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और जंगपुरा से प्रत्याशी मनीष सिसोदिया ने बुधवार (11 दिसंबर 2024) को बीजेपी पर एक बार फिर हमला बोला है. उन्होंने दिल्ली के सात और विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी द्वारा मतदाताओं के वोट कटवाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव आयोग पर दबाव डालकर वोट कटवा रही है. यानी बीजेपी संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने पर तुली है. 


BJP कटवा रही वोट- राघव चड्ढा


आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि दिल्ली सात विधानसभाओं में 29 अक्टूबर से आज तक यानी वोटर समरी रिवीजन के बाद कुल 22,649 आवेदन वोट काटने के लिए चुनाव आयोग को मिले हैं. इनमें से कई आपत्तिकर्ता सीधे बीजेपी से जुड़े हैं. 






राघव चड्ढा के मुताबिक बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने ही दूसरे लोगों के वोट काटने के लिए आवेदन ईसी को दिए हैं. उन्होंने बीजेपी पर दिल्ली की 7 विधानसभाओं में 22000 से ज्यादा वोट काटने के आरोप लगाए हैं. जनकपुरी विधानसभा में 24 ऐसे लोग चिन्हित हुए हैं, जिन्होंने 4,874 आवेदन दिए हैं. ये आवेदन मतदाताओं के वोट काटने के लिए दिए गए हैं. ये सभी 24 लोग बीजेपी से जुड़े हैं.


आप सांसद राघव चडढा ने आगे कहा कि करावल नगर से चुनाव आयोग को कुल 3,861 आवेदन वोट काटने के मिले. इनमें से 3,260 आवेदन केवल दो लोगों ने दिए. इसी तरह तुगलकाबाद में 4,016 में से 2,435 आवेदन सिर्फ 15 लोगों ने दिए. इन 15 के तार बीजेपी से जुड़े हैं. मुस्तफाबाद में एक ही आदमी ने 534 लोगों के वोट काटने का आवेदन दिया है.


आप सांसद ने ये भी कहा कि चुनाव में दो महीने से कम बचा है. ऐसे में समझ नहीं आता कि अब वोट काटने की जरूरत क्यों पड़ी? जबकि हाल ही में समरी रिवीजन का काम पूरा हुआ है. दूसरा सवाल है कि  बल्क डिलीशन के पीछे कौन लोग हैं?  चुनाव आयोग का निर्धारित नियम है कि एक व्यक्ति एक दिन में दस से ज्यादा वोट काटने का आवेदन नहीं दे सकता. जबकि एक दिन में एक आदमी ने सैकड़ों आवेदन दिए हैं. 


यह एक हैरान वाला आंकड़ा है. तुगलकाबाद के लालकुआं, इलाके में बूथ नंबर 117 पर 1337 वोट हैं. यहां पर 556 वोट काटने के आवेदन आ गए हैं. यानी कि आधे वोट काटने का आवेदन. इन 556 में से 554 वोट काटने का आवेदन सिर्फ दो लोगों ने दिए हैं. बता दें कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली की 10 विधानसभा क्षेत्रों में वोट कटवाने के आरोप बीजेपी पर लगाए थे.


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