Manish Sisodia CBI Remand News: दिल्ली (Delhi) के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) ने पांच दिनों की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज एम.के. नागपाल ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद मनीष सिसोदिया को चार मार्च तक सीबीआई रिमांड में भेजने का फैसला सुनाया. इससे पहले सीबीआई ने रविवार को लगभग आठ घंटे की पूछताछ के बाद मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party), बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) में जमकर सियासत जारी है. आइये इस मामले की अब तक 10 बड़ी बातें जानते हैं.
मनीष सिसोदिया की सीबीआई पूछताछ से रिमांड तक की 10 बड़ी बातें...
- दिल्ली आबकारी नीति घोटाले मामले में नोटिस जारी होने के बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया रविवार की सुबह लगभग 11 बजे सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ के लिए पहुंचे. सीबीआई ने लगभग आठ घंटों की पूछताछ के बाद रविवार शाम को मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया.
- इसके बाद आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि मनीष सिसोदिया के झूठे केस में फंसाया जा रहा है. इस बीच मनीष सिसोदिया से पूछताछ करने और गिरफ्तारी को लेकर आप सांसद संजय सिंह सहित कई नेताओं ने धरना-प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया. इसके बाद फिर गिरफ्तार कर लिया गया और सोमवार की सुबह रिहा किया गया.
- सीएम केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा, "मुझे बताया गया है कि ज्यादातर सीबीआई अधिकारी मनीष की गिरफ्तारी के खिलाफ थे. सभी उनके लिए बहुत सम्मान करते हैं और उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है, लेकिन उन्हें गिरफ्तार करने का राजनीतिक दबाव इतना अधिक था कि उन्हें उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा."
- सीबीआई ने मनीष सिसोदिया का सोमवार को मेडिकल कराया और फिर उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में बीजेपी के खिलाफ और मनीष सिसोदिया के समर्थन में प्रदर्शन किया.
- कोर्ट में सीबीआई ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने पूछताछ में सही जवाब नहीं दिया और इसके विपरीत सबूतों के साथ सामना किए जाने के बावजूद जांच में सहयोग नहीं किया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
- सीबीआई की ओर से मनीष सिसोदिया की रिमांड मांगे जाने का उनके वकील दयान कृष्णा ने विरोध किया. साथ उन्होंने कहा कि रिमांड लेने की कोई वजह नहीं है और जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप तथ्यहीन हैं. सिसोदिया के वकील ने कहा कि उपराज्यपाल की मंजूरी के बाद कमीशन बढ़ाया गया था. एलजी के जानकारी में सबकुछ हुआ. शराब नीति में पारदर्शिता बरती गई.
- स्पेशल जज एम.के. नागपाल ने सीबीआई और सिसोदिया के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद कुछ देर के लिए अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था. फिर बाद में कोर्ट ने उन्हें चार मार्च तक के लिए सीबीआई में भेज दिया.
- इसे लेकर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि मनीष सिसोदिया को 4 मार्च तक कस्टडी में लिया गया है. राजघाट जाकर 'नौंटकी' किया जा रहा है. शराब का घोटाला करने वाला राजघाट जा रहा है. घटिया राजनीति कल से की जा रही है. यह घोटाला आबकारी नीति को लेकर है. अरविंद केजरीवाल किसी भी सवाल का जवाब नहीं देंगे. बीजेपी कानून और न्याय पर अपनी आस्था रखती है. उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल की तिजोरी जनता के पैसे से भरी है.
- वहीं मनीष सिसोदिया को सीबीआई की कस्टडी मिलने पर दिल्ली कांग्रेस के मीडिया प्रभारी अनिल भारद्वाज ने कहा कि सही तरीके से जांच हो. कम से कम अब मनीष सिसोदिया का इस्तीफा लेना चाहिए. भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वालों की सच्चाई सामने आ गई है.
- दूसरी तरफ दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट के सामने ये दलील रखी गई कि उन्हें रिमांड पर लिया जाए. कोर्ट ने बार-बार पूछा कि जब आपके बार-बार बुलाने पर मनीष आए तो आपको पांच दिन का रिमांड क्यों चाहिए, इस पर CBI के पास जवाब नहीं था. सीबीआई ने कहा कि रिमांड चाहिए और फिर रिमांड मिल गई. मनीष सिसोदिया के घर से लेकर गांव तक छापेमारी के बाद भी कुछ नहीं मिला. कल आठ घंटे के सवाल के बाद भी कुछ नहीं मिला, तो अब पांच दिन की रिमांड पर भी कुछ मिलने वाला नहीं है.
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