Delhi: 'केंद्र ने दिल्ली को बनाया शूटआउट की राजधानी', AAP नेता मनीष सिसोदिया दावा
Delhi Assembly Session 2024: आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया के अनुसार केंद्र सरकार की संस्था एनसीआरबी का डेटा कह रहा है कि दिल्ली में हर 20 हजार परिवार में 1,832 परिवार अपराध के शिकार हो रहे हैं.
Delhi Assembly Winter Session 2024: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता ओर पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा में राष्ट्रीय राजधानी की कानून-व्यवस्था पर गंभीर चिंता व्यक्त की. उन्होंने विधानसभा सत्र के पहले दिन सदन में कानून-व्यवस्था पर हुई चर्चा के दौरान कहा कि इसकी जिम्मेदारी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की है, लेकिन उन्होंने दिल्ली को ‘शूटआउट’ की राजधानी बना दिया है.
पहले हम शूटआउट एट लोखंडवाला के बारे में सुनते थे, लेकिन अब हर रोज दिल्ली में शूटआउट एट कबीर नगर, शूटआउट एट पश्चिम विहार, शूटआउट एट नारायणा सुनते हैं. दिल्ली में हर जगह-हर गली में गैंगस्टरों का खुला आतंक है.
'10 साल में बीजेपी ने कुछ नहीं किया'
उन्होंने कहा, "हमारे भी बच्चे हैं, इसलिए हम समझ सकते हैं कि जब स्कूलों और फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की धमकियां मिलती हैं, तो दिल्ली के पैरेंट्स किस डर व चिंता से गुजरते हैं. फिर भी बीजेपी कुछ क्यों नहीं कर रही है?"
10 साल में इन्होंने क्या लॉ एंड ऑर्डर ठीक किया है? कुछ तो शर्म करो कि आप देश की राजधानी को चला रहे हो? दिल्ली में बढ़ते हुए अपराध का मुद्दा केवल एक राजनीतिक बहस का मुद्दा नहीं, बल्कि दिल्ली के आम आदमी की जिंदगी से जुड़ा हुआ मुद्दा है. दिल्ली की हर गली में अपराध हो रहा है और ये लोग इसमें व्यस्त हैं कि केजरीवाल को चुनाव नहीं जीतने देना है. उनपर झूठे आरोप लगाते रहना है.
10 फीसदी परिवार करते हैं क्राइम का सामना
केंद्र सरकार की संस्था एनसीआरबी का डेटा कह रहा है कि दिल्ली में हर 20 हजार परिवार में 1,832 परिवार अपराध के शिकार हो रहे हैं. यानी लगभग दिल्ली के 10 प्रतिशत परिवार अपराध का सामना कर रहे हैं. ये लोग यहां ढोल पीट रहे हैं कि जी-20 के दौरान कोई अपराध नहीं हुआ.
अगर ये लोग इतने ही अच्छे हैं तो हर दिन को जी-20 का दिन क्यों नहीं बना दे रहे हैं. दिल्ली के लोग जी20 से ज्यादा जरूरी हैं.
इस्तीफा क्यों नहीं दे देते गृह मंत्री
आम आदमी पार्टी के नेता बाहर न आ जाए. इनकी सारी फोर्स इसी में व्यस्त है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग दिल्ली की जनता पर अपनी थोड़ी ऊर्जा तो खर्च करो, हो सकता है दिल्ली के लोगों का थोड़ा भला हो जाए. मुझे उम्मीद है कि देश के गृह मंत्री इस बात का संज्ञान लेंगे कि उनकी कोई जिम्मेदारी है. अगर वो नहीं संभाल पाते हैं तो अपने पद से इस्तीफा दे दें. नहीं तो अपनी जिम्मेदारी अच्छे से संभालकर दिखाएं. दिल्ली के लोग उनसे यही अपेक्षा कर रहे हैं.
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