Haryana Election: 'EC के ऐलान से BJP का बिगड़ा समीकरण अब...', मनीष सिसोदिया का दावा
Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: मनीष सिसोदिया का दावा है कि चुनाव आयोग द्वारा मतदान की तारीखों का ऐलान के बाद से अपनी हार सामने देख BJP घबरा गई है. अब बीजेपी चुनाव से भागने की कोशिश कर रही है.

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष पंडित मोहनलाल बडोली द्वारा चुनाव आयोग से एक अक्टूबर को मतदान की तिथि बदलने की मांंग के बाद आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा एक अक्टूबर को हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर मतदान कराने की घोषणा से भारतीय जनता का चुनावी समीकरण गड़बड़ा गया है. अब वो चुनावी हार की संभावनाओं को देख अभी से भयभीत है.
उन्होंने कहा, "बीजेपी ने अपने तय कैलकुलेशन के आधार पर समय से 20 दिन पहले हरियाणा में चुनाव कराने का फैसला लिया. उसके आधार पर हरियाणा और महाराष्ट्र का चुनाव जान बूझकर अलग-अलग करवाने की व्यवस्था की, लेकिन जमीन की स्थिति बता रही है कि बीजेपी का हरियाणा में इससे चुनाव कैलकुलेशन अब गड़बड़ा चुका है."
हरियाणा विधानसभा चुनाव में BJP का Calculation गड़बड़ा गया है। जिस Calculation के आधार पर BJP ने शेड्यूल समय से 20 दिन पहले हरियाणा में चुनाव कराने की ठानी थी और हरियाणा, महाराष्ट्र के चुनाव जानबूझकर अलग-अलग करवाए थे। जमीन की स्थिति बता रही है, वो Calculation अब गड़बड़ा चुका है और… pic.twitter.com/nf0KzqTfbv
— Manish Sisodia (@msisodia) August 24, 2024
'हार सामने देख डरी बीजेपी'
मनीष सिसोदिया का दावा है कि अपनी हार सामने देख BJP घबरा गई है, इसीलिए वो अब चुनाव से भागने की कोशिश कर रही है. इसका सबसे बड़ा प्रमाण यही है कि उसके प्रदेश अध्यक्ष ने एक अक्टूबर को मतदान की तारीख टालने के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है.
'बीजेपी चुनाव से नहीं भाग सकती'
आप नेता मनीष सिसोदिया ने आगे कहा है कि हमारे संविधान और हमारे लोकतंत्र की यही खूबी है कि कोई भी पार्टी कितनी ही अहंकार से भरी क्यों ना हो, जांच एजेंसियों का भले ही दुरुपयोग कर ले, वो ना तो चुनाव से भाग सकती है और ना जनता से.
मोहनलाल बड़ोली के पत्र में क्या है?
दरअसल, हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहनलाल बड़ोली ने 22 अगस्त को निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखा है कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार व रविवार का अवकाश है. एक अक्टूबर को मतदान होना है. दो अक्टूबर को गांधी जयंती है. यानी सरकारी कर्मचारियों को 28 सितंबर से दो अक्टूबर के बीच केवल एक दिन (30 सितंबर) को काम करने का मौका मिलेगा. इससे मतदान की तैयारियां प्रभावित होंगी. लोग चार से पांच दिन लगातार छुट्टियों का लाभ उठाकर घर से बाहर निकल सकते हैं. ऐसे में मतदान प्रतिशत कम हो सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग मतदान की तारीख आगे बढ़ा दे. ऐसा करने से मतदान में अधिक से अधिक मतदाता भाग ले पाएंगे.
JJP को झटका देने वाले रामनिवास सूरजाखेड़ा का बड़ा फैसला, हरियाणा चुनाव से पहले BJP में होंगे शामिल
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

