Manish Sisodia Resignation News: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अंतत: मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने से पहले उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखा. उन्होंने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को 'झूठा' करार दिया है. साथ ही अपने रुख पर अडिग रहते हुए मंगलवार को अपने इस्तीफे में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आठ साल से लगातार ईमानदारी और सच्चाई से काम करने के बावजूद भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं. सीएम केजरीवाल को लिखे पत्र में उन्होंने अपना दर्द खुलकर बयां किया है. 


दरअसल, दिल्ली शराब कांड में सीबीआई द्वारा रविवार को गिरफ्तारी और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा याचिका खारिज किए जाने के बाद डिप्टी सीएम ने सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा था. चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों का इस्तीफा मिलते ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तत्काल स्वीकार कर लिया. अब आप दोनों मंत्रियों के इस्तीफे को नैतिकता के नजरिए से देख रही है तो दूसरी तरफ बीजेपी इस घटनाक्रम पर केजरीवाल सरकार के खिलाफ आक्रामक है. बीजेपी का कहना है कि आप ने जिस मनीष सिसोदिया को पारदर्शिता की प्रतिमूर्ति बताते नहीं थकती थी, अब उनका इस्तीफा ले लिया. क्या यही केजरीवाल सरकार की नैतिकता की मिसाल है.  हकीकत यह है कि मंत्रियों के इस्तीफे को स्वीकार करना आम आदमी पार्टी की मजबूरी है. 


विरोधियों के निशाने पर सिसोदिया नहीं, केजरीवाल 


दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पत्र के जरिए सीएम अर​विंद केजरीवाल के सामने दिल की बात रखते हुए कहा कि मैं और मेरा भगवान जानते हैं कि ये सभी आरोप झूठे हैं, ये आरोप वास्तव में एक साजिश से ज्यादा कुछ नहीं हैं, अरविंद केजरीवाल की सच्चाई की राजनीति से डरने वाले कायर और कमजोर लोगों के निशाने पर मैं, नहीं आप यानी केजरीवाल हैं. आज दिल्ली ही नहीं पूरे देश की जनता आपको एक ऐसे नेता के रूप में देख रही है जो देश के नेतृत्व देने में सक्षम है. अरविंद केजरीवाल देश भर के उन करोड़ों लोगों की उम्मीद हैं जो उनको आर्थिक संकट, गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से निजात दिला सकता है. बता दें कि दिल्ली के मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को दिल्ली मंत्रिमंडल के अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर उपराज्यपाल विनय सक्सेना के पास भेज दिया. एलजी ने दोनों मंत्रियों के इस्तीफे को आज स्वीकार करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास भेज दिया.  


हर मामले में सीधे SC आने की जरूरत नहीं 


इससे पहले ​मनीष सिसोदिया की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय में जाने का सुझाव दिया, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि इस स्तर पर हम इस पर विचार नहीं कर सकते. न ही हस्तक्षेप करने की गुंजाइश है. साथ ही ये भी कहा कि हर मामले में शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाने सीधे यहां पर खटखटाने की जरूरत नहीं है.


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