Congress Attacks On CM Arvind Kejriwal: दिल्ली (Delhi)  के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को दो दिन पहले सीबीआई (CBI) की ओर से गिरफ्तार करना और सोमवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से जमानत याचिका खारिज होने की खबरें चल ही रही थीं कि उनके और सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) के इस्तीफे ने राजनीति गलियारों में हलचल मचा दी है. अब तक जहां आम आदमी पार्टी (AAP) और इसके मुखिया अरविंद केजरीवाल लगातार बीजेपी (BJP) पर गंदी राजनीति के तहत सिसोदिया की गिरफ्तारी की कार्रवाई का आरोप लगा रहे थे, वहीं बदलते घटनाक्रम के बीच वे अचानक बैक फुट पर नजर आ रहे हैं. इस बीच कांग्रेस ने केजरीवाल पर हमला बोला है.


दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा, " कांग्रेस के लगातार दबाव बनाने की वजह से सीएम अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा स्वीकार किया है." उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से मनीष सिसोदिया की जमानत की अपील को खारिज करने के बाद केजरीवाल यह समझ चुके हैं कि अब आप की भ्रष्ट सरकार बचने वाली नही है. उन्होंने कहा कि आखिर देर से सही सत्य की जीत हुई और भ्रष्टाचार की हार.


'सुप्रीम कोर्ट का फैसला कांग्रेस की जीत'


अनिल चौधरी ने कहा, "शराब घोटाले को सबसे पहले दिल्ली वालों के हितों की रक्षा के लिए दिल्ली कांग्रेस ने उठाया था, सुप्रीम कोर्ट का निर्णय कांग्रेस की जीत है, जिसके बाद मनीष सिसोदिया का जेल में रहना तय है. उन्होंने कहा कि पूरी कैबिनेट सहित केजरीवाल स्वंय भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, 2 मंत्रियों के बाद केजरीवाल तुरंत इस्तीफा दें."


केजरीवाल से भी होनी चाहिए पूछताछ: अनिल चौधरी


कांग्रेस नेता ने कहा कि मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले की जांच के लिए पांच दिन की रिमांड पर रखा गया है. जमानत के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपील की, जिस पर मुख्य न्यायधीश ने यह कहकर कर खारिज कर दिया कि वे हाईकोर्ट में अपील करें. उन्होंने कहा कि जब मनीष सिसोदिया की शराब घोटाले में जांच हो रही है, तो उनके साथ शराब घोटाले के मास्टरमाइंड केजरीवाल से भी पूछताछ करके उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उनके पी.ए. से सी.बी.आई. ने पूछताछ के बाद कुछ अनियमितताएं की जानकारी सीबीआई को मिली हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल के कट्टर ईमानदार बेईमान मंत्री बेईमान साबित हो रहे हैं.


अनिल चौधरी ने और क्या कहा?


उन्होंने आगे बताया कि सोमवार को दिल्ली कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल से मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को मंत्री पद से हटाने की आवाज उठाई थी. इसके बाद जेल में बंद सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस भ्रष्ट शराब नीति लागू करने के पहले दिन से इसका विरोध कर रही थी, जिसका नतीजा दिल्लीवालों के सामने आया है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से सिसोदिया की जमानत खारिज करने के बाद सत्येंद्र जैन और सिसोदिया का इस्तीफा केजरीवाल को मजबूरन स्वीकार करना पड़ा.


सीएम केजरीवाल के पास नहीं है किसी भी मंत्रालय का प्रभार


बता दें कि अरविंद केजरीवाल पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिनके पास पिछले 9 सालों में किसी भी मंत्रालय का प्रभार नहीं है, क्योंकि वे दिल्ली सरकार हर भ्रष्टाचार के आदेश देने के बावजूद उनसे बचे रहने की साजिश अपना रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शराब घोटाले में संलिप्तता के सबूत मिलने पर पूछताछ क्यों नही कर रही है, क्या इसमें बीजेपी और केजरीवाल की कोई मिलीभगत तो नही? उन्होंने कहा कि दिल्ली को नशे की राजधानी बनाने वाले सीएम केजरीवाल पर कार्रवाई होनी चाहिए?


ये भी पढ़ें- Manish Sisodia Resigns: AAP का तेजी से बढ़ रहा था सियासी ग्राफ, मंत्रियों के इस्तीफे से 2024 की राह केजरीवाल के लिए हुई मश्किल?