Delhi News: आबकारी नीति मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के एक पखवाड़े बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) का बंगला आतिशी (Atishi) को आवंटित कर दिया गया है, जिन्हें इस महीने की शुरुआत में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था.
मथुरा रोड पर एबी-17 बंगले में रहते थे सिसोदिया
लोक निर्माण विभाग की ओर से 14 मार्च को जारी एक आधिकारिक पत्र के अनुसार आतिशी को पत्र जारी होने के आठ दिन के अंदर इसे अपनी स्वीकृति देने को कहा गया है. सिसोदिया मथुरा रोड पर एबी-17 बंगले में रहते थे, जिसमें पहले पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित रहा करती थीं.
'यह एक नियमित परंपरा'
आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने के बाद वर्ष 2015 में यह बंगला सिसोदिया को आवंटित किया गया था. एक अधिकारी ने कहा, “यह नियमित परंपरा रही है. सिसोदिया इस्तीफा दे चुके हैं, इसलिए यह बंगला आतिशी को आवंटित किया जाएगा.”
20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे सिसोदिया
बता दें कि मनीष सिसोदिया कथित भ्रष्टाचार और सत्येंद्र जैन कथित धनशोधन मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं. उन्होंने हाल में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद आतिशी और सौरभ भारद्वाज को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था. सीबीआई ने रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 को तैयार व लागू करने में हुए कथित भ्रष्टाचार के लिए 26 फरवरी को सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था. वह 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में हैं.
आतिशि के बारे में
बता दें कि आतिशी दिल्ली की कालकाजी सीट से आप की विधायक हैं. वह साल 2020 में पहली बार विधायक बनी थीं. आंदोलन के समय से ही आतिशी आम आदमी पार्टी से जुड़ी हुई हैं. आबकारी नीति घोटाला मामले में हुए कथित भ्रष्टाचार के बाद मनीष सिसोदिया के इस्तीफा देने के बाद उन्हें दिल्ली का शिक्षा मंत्री बनाया गया है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली में H3N2 की स्थिति पर होगी चर्चा, सीएम केजरीवाल बोले- कल DDMA की बैठक