Manmohan Singh Death: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार (26 दिसंबर) की रात दुनिया को अलविदा कह दिया. उनके निधन से राजनीतिक गलियारों के साथ ही देश भर में शोक की लहर है. हर कोई मनमोहन सिंह से जुड़े किस्से याद कर रहा है और उनके विराट व्यक्तित्व की सराहना करते नहीं थक रहा. इसी बीच दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से जुड़ा एक किस्सा भी चर्चाओं में है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने छात्रों के हक के लिए आवाज उठाई थी.
दरअसल, एक दफा मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) का दौरा किया था. उस समय उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे वाम समर्थित छात्रों ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे. इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी ने छात्रों को 'कारण बताओ नोटिस' जारी किया और उनमें से कुछ को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया था.
वाइस चांसलर को PMO से आया था फोन
हालांकि, एक दिन बाद ही मनमोहन सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए तत्कालीन कुलपति बीबी भट्टाचार्य को छात्रों के साथ नरमी से पेश आने का सुझाव दिया. तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जेएनयू परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए गए थे. उनके संबोधन के दौरान कुछ छात्रों ने नारेबाजी की और उन्हें काले झंडे दिखाए.
समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, एक रिटायर्ड प्रोफेसर ने बताया कि मनमोहन सिंह अपना भाषण पूरा कर जब वहां से चले गए, तब कुलपति के पास प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से फोन आया था कि वह छात्रों के साथ नरमी बरतें क्योंकि विरोध करना उनका अधिकार है. उन्होंने कहा, "छात्रों को चेतावनी के बाद छोड़ दिया गया".
मनमोहन सिंह ने कहा था- 'कृपया नरमी बरतें सर'
बीबी भट्टाचार्य ने 2016 में एक इंटरव्यू के दौरान इस घटना का जिक्र भी किया था. उन्होंने कहा था, 'मनमोहन सिंह ने मुझसे कहा था कि कृपया नरमी बरतें, सर. मैंने कहा कि मुझे कम से कम उन्हें चेतावनी देनी होगी, लेकिन आज समस्या यह है कि छात्रों के साथ संवाद की लाइन टूट गई है.' मनमोहन सिंह ने कहा था, "हो सकता है मैं आपकी बात से सहमत न होऊं, लेकिन मैं आपके अभिव्यक्ति के अधिकार की रक्षा मरते दम तक करूंगा." गौरतलब है कि जेएनयू पिछले एक दशक में व्यापक विरोध प्रदर्शनों का केंद्र रहा है और साल 2016 में देशद्रोह विवाद ने परिसर में बोलने एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर बहस छेड़ दी थी.
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