Delhi Politics News: दिल्ली सीसीटीवी घोटाले को लेकर मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने एक बार फिर केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने दावा किया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार का एक और घोटाला सामने आया है. बीजेपी सांसद तिवारी ने ताजा आरोप लगाया है कि सीसीटीवी प्रोजेक्ट में देरी के कारण 16 करोड़ की पेनल्टी लगी है, लेकिन केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन ने सात करोड़ रुपए रिश्वत लेकर 16 करोड़ की पेनल्टी माफ कर दी. दिल्ली सरकार में शामिल ऐसे अपराधियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए.


एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एक प्रेस कॉन्फेंस कर एलजी से मांग की थी जब तक केजरीवाल सरकार द्वारा गैर कानूनी तरीके से विज्ञापन पर खर्च किए गए पैसे वापस नहीं कर दिए जाते तब तक आम आदमी पार्टी के अकाउंट को तत्काल प्रभाव से फ्रीज किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली की जनता के पैसे को पानी की तरह विज्ञापन बहा रही है. 


फिर से गरमाई दिल्ली की राजनीति 
बता दें कि आम आदमी पार्टी में उस वक्त सनसनी फैल गई जब दिल्ली सूचना एवं प्रचार निदेशालय ने आम आदमी पार्टी को 163.62 करोड़ रुपए की वसूली का नोटिस 12 जनवरी को थमा दिया. साथ ही ये भी कहा कि 10 दिन के अंदर पैसे को सरकारी खजाने में जमा करा दें. यह ऐक्शन दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना के आदेश पर लिया गया है. एलजी की ओर से जारी इस रिकवरी नोटिस के बाद दिल्ली की सियासत फिर से गरमा गई है. 


एलजी कर रहे बीजेपी के इशारे पर काम 
पैसे रिकवरी का नोटिस मिलने के बाद बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच नये सिरे से राजनीति चरम पर है. तिवारी के आरोपों के उलट केजरीवाल सरकार में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि दिल्‍ली सरकार में जो अधिकारी काम करते हैं उन पर बीजेपी ने केंद्र सरकार के जरिए गैर कानूनी तरीके से नियंत्रण जमाना चाहती है. एलजी वीके सक्सेना केवल वही काम कर रहे जो उन्हें बीजेपी नेता बता रहे हैं.  


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