Manoj Tiwari Exclusive Interview: दिल्ली में आप और भाजपा के बीच सियासी टकराव जारी है. दिल्ली सरकार के मंत्रियों के जेल जाने से लेकर पीएम मोदी की डिग्री को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इस बीच एबीपी लाइव ने दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू किया, जिसमें तिवारी ने तमाम सवालों का खुलकर जवाब दिया. इंटरव्यू को जरा आप भी पढ़िए.
1. आजकल आपका राजनीति और संगीत का मिश्रण कैसा चल रहा है?
जवाब: संगीत तो बहुत शाश्वत है. वो तो बड़ी कृपा है. अगर संगीत किसी को मिल जाता है. लेकिन संगीतकार हो, वकील हो पत्रकार हो, इन सबको राजनीति में आने का हक है और साथ ही उसमें सुर बना रहे यह बहुत जरूरी है.
2. आप क्षेत्र में जाते होंगे. लोगों से मिलते होंगे, तो क्या आप उस बीच रियाज करने का समय निकाल पाते हैं?
जवाब: हां प्रतिदिन! अगर कोई अड़चन नहीं है. जैसे- मीटिंग या कोई फ्लाइट न हो तो मैं प्रतिदिन आधा घंटा व्यायाम और 15-20 मिनट रियाज करता हूं.
3. आपने इस बीच भोजपुरी में कोई नए गीत लिखे?
जवाब: रोज ही लिखता रहता हूं. आज रात में ही गाना गाऊंगा.
4. स्टेज प्रोग्राम कर रहें हैं आजकल?
जवाब: जी हां! वो तो सोर्स ऑफ इनकम है हमारा.
5. क्या कभी ऐसा होगा कि आप पूरी तरह राजनीति में आएंगे, यानी संगीत से नाता छोड़ देंगे?
जवाब: ऐसा हो ही नहीं सकता. सांस टूटेगी, तो संगीत से नाता टूट जाएगा.
6. दिल्ली की राजनीति में बीजेपी न तो नगर निगम है और न ही विधानसभा में है, तो 2024 इलेक्शन के लिए मनोज तिवारी क्या प्लानिंग कर रहे हैं?
जवाब: नहीं, यह सत्य नहीं है कि नगर निगम में हमारे पार्षद नहीं हैं. यहां हमारे 104 पार्षद हैं और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होगा, तो हमारा होगा. लेकिन, आम आदमी पार्टी उसको रोक रही है. इसके साथ ही विधानसभा में भी हमारे आठ विधायक हैं.
7. 60 और 70 विधायक में आठ विधायकों की संख्या क्या होती है?
जवाब: हां, लेकिन यह तो नहीं कह सकते की नहीं है. हालांकि, सत्ता से बाहर हैं. मुझे ऐसा लगता है कि अब दिल्ली महसूस करने लगी कि बीजेपी को सत्ता से बाहर रखकर दिल्ली ने क्या खोया, क्या पाया? अगर आज बीजेपी केंद्र में नहीं होती, तो प्रगति मैदान का टनल कौन करता? अगर आज बीजेपी सत्ता में नहीं होती, तो धौलाकुआं का रास्ता चौड़ा भी हो सकता है. ये कौन सोचता? अगर बीजेपी सत्ता में नहीं होती, तो NH24 से हम 45 मिनट में मेरठ पहुंच जाएंगे. कैसे होता और दिल्ली में रहने से हो सकता था, वो दिल्ली के लोग देख रहे हैं.
8. आप दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे. ऐसी क्या कमी रही कि आप लोगों कनविंस करने सफल नहीं हो पाए कि आप बीजेपी को दिल्ली में सत्ता में लाते. इस पर क्या कुछ महसूस करते हैं?
जवाब: जब हम अध्यक्ष थे, तो निगम में हम तीसरी बार आए थे और बहुत प्रचंड बहुमत से आए थे. वहीं, जब आम आदमी पार्टी 2015 में 70 में 67 सीट लेकर आई थी. तब हम ढाई साल बाद उसे बुरी तरह हराए थे. हम उस समय 272 में 181 सीट लेकर आए थे. 70 में 67 सीट पाने वाली आप को मात्र 46 सीट से संतोष करना पड़ा था.
9. अब आम आदमी पार्टी जमीन लेवल पर बहुत मजबूत पकड़ बना ली है. खासतौर पर फ्री बिजली और फ्री पानी के जरिए. तो आप 2024 का चुनाव कैसे जीत पाएंगे?
जवाब: कहां है दिल्ली में फ्री बिजली और फ्री पानी! कोई एक आदमी बता दें जिसको पीने का पानी फ्री मिलता हो. दिल्ली 92 फीसदी लोगों का बिजली बिल पहले से बढ़कर आ रहा है. 8 फीसदी लोगों को जिनका 200 यूनिट तक है उनको उसका लाभ है भी, लेकिन क्या उनकी गलियां बनाने का काम नहीं करना चाहिए दिल्ली की सरकार को. उनके बच्चे अगर बीमार पड़े, तो मोहल्ला क्लीनिक में क्या सुविधा है? वहां क्या इलाज होता है?
10. ऐसा तो नहीं है कि आप कनविंस करने में नाकाम रहे जनता को?
जवाब: हां तो रहे ही हैं! बिना नाकामी के चुनावी हार जीत तो होती ही नहीं है. तो हम जो कनविंस करना चाहते थे, वो नहीं कर पाए. ये तो सच्चाई है, लेकिन जिस प्रकार से इस निगम में आप की सीटें ज्यादा जरूर आईं, लेकिन उनका 13 फीसदी वोट घटा है. हमें लगता है अब दिल्ली की जनता 2024 में और 2025 में भी बीजेपी को आर्शीवाद देगी.
11. 2023 में नगर निगम का जो रिजल्ट आया है, उसको लेकर 2024 में मनोज तिवारी अपनी सीट को लेकर कितना कॉन्फिडेंट हैं?
जवाब: नहीं, हम तो आज भी जीते हैं. 2023 में कहां हारे हैं. हमारी लोकसभा सीट में हमने आप आदमी पार्टी को बुरी तरह हराया है. हमारे यहां निगम भी नहीं जीत पाए.
12. 2024 में मनोज तिवारी दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे या अपने गृह क्षेत्र बक्सर से चुनाव लड़ेंगे?
जवाब: नहीं अब तो सोचना ही नहीं है. जीवन में तो अब दिल्ली ही है.
13. आजकल आम आदमी पार्टी फोकस हो गई है. पीएम मोदी के सर्टिफिकेट को लेकर. इस पर क्या कहेंगे?
जवाब: प्रधानमंत्री को सर्टिफिकेट पब्लिक डोमेन में है. उसको पूछने कोर्ट चले गए. कोर्ट ने डांटा! अगर हमारा सर्टिफिकेट कोई देखना चाहे, तो मैं तो डाल रखा हूं. जाकर देखो.
14. संजय सिंह, सीएम केजरीवाल सब लोग लगातार इस मुद्ददे को उठा रहे हैं. मनीष सिसोदिया जेल से इस मुद्दे पर चिठ्ठी लिखी. इस पर क्या कहेंगे?
जवाब: क्योंकि वो जेल में जाना शुरू हो गए हैं. यही तो सच्चाई है. उनके सबसे करीबी व्यक्ति सत्येंद्र जैन जेल में हैं. उन्हें कोर्ट ने अभी तक बेल नहीं दिया. उनके दूसरे करीबी व्यक्ति मनीष सिसोदिया जेल में हैं. कोई चाहे तो एक दो दिन की जेल करा सकता हैं. बेल की व्यवस्था तो हैं न.. बेगुनाही तो साबित कर सकते हैं लोग, लेकिन अब कोर्ट भी बेल नहीं दे रही है. अब तीसरा नंबर अरविंद केजरीवाल का है. जिस तरह से सीएम ने दिल्ली की जनता से झूठ बोला है. तड़पाया है, उसका हिसाब तो जनता लेगी. केजरीवाल से फेस कॉल पर बोला 100-100 करोड़ रुपये की ये जो विजय नायर है ये मेरा खास व्यक्ति है दे दो. तो जो जेल जाने वाला है, वो अपने बचाव के लिए कुछ तो करेगा.
15. केजरीवाल कहते हैं कि हम तो शिक्षा, स्वास्थ्य की बात करते हैं और वो जेल की बात करते हैं. सिसोदिया अच्छी शिक्षा दे रहे थे, तो उनको जेल भेज दिया. इस पर क्या कहेंगे?
जवाब: अभी जो मीडिया रिपोर्ट आई है, उसमें बता रहे है कि 80 फीसदी बच्चे फेल हो गए 9वीं और 11वीं में. यही अच्छी शिक्षा है.
16. मीडिया रिपोर्ट के बाद सीएम का बयान आया कि जो बच्चे पढ़ने में अच्छे होंगे वही पास होंगे?
जवाब: तो 80 फीसदी बच्चे ठीक नहीं हैं. इसका मतलब सीएम ने माना कि 80 फीसदी बच्चे पढ़ने में ठीक नहीं हैं. तो कैसे दिल्ली की शिक्षा अच्छी हो गई.
17. आप सरकार लगातार दिखा रही है कि हम लोग सुविधाएं इतनी विकसित कर दिए हैं. स्कूल में स्वीमिंग पूल है, लाइब्रेरी हो गई हैं, हर स्कूल में लैब हो गई है?
जवाब: तो क्या स्वीमिंग पलू में चाकू मारना सिखाया जाता है बच्चों को. अधिकतर खबरें आती है कि दिल्ली स्कूल के बच्चे आपस में चाकूबाजी कर रहे हैं. हाल ही में एक बच्चा मर गया. कौन से स्कूल में यह सिखाया जाता है? शिक्षा का स्टैंडर्ड देख लीजिए. 92 फीसदी बच्चे 11वीं में फेल और 82 फीसदी बच्चे 9वीं में फेल हैं.
18. केजरीवाल तो कहते हैं कि बीजेपी हमें काम ही नहीं करने देती?
जवाब: अरविंद केजरीवाल विक्टिम कार्ड खेलते हैं. आपको शराब पॉलिसी बनानी तो बना लिए. आपको गली-गली शराब की दुकान खोलनी थीं, तो खोल लिए. तब केंद्र सरकार कहां थी? तब तो हमें केस करना पड़ा. केंद्र सरकार दिल्ली सरकार को कभी ऐसे किसी काम के लिए रोक ही नहीं सकती. हम कहां रोक रहे यमुना की सफाई करने के लिए.
19. एलजी तो बार-बार दिल्ली सरकार को काम करने से रोकते हैं. बार-बार चिठ्ठी लिखते हैं. उनकी फाइलें पास नहीं करते. ऐसी खबरें तो आती रहती हैं?
जवाब: क्योंकि फाइल पर सीएम की साइन नहीं है. वो डरते हैं. अगर फाइल आप पास कर रहे हैं और सीएम उस पर साइन नहीं कर रहे, तो उस फाइल में किस का दोष है? आप सारा भ्रष्टाचार का काम कर हो, लेकिन साइन किसी पर मनीष सिसोदिया करेंगे. किसी पर सत्येंद्र जैन करेंगे, किसी पर सिर्फ अधिकारी करेगा. आपके मन में पहले से ऐसी प्लानिंग चलती है, तो एलजी कैसे बिना सीएम के साइन के फाइल पास कर दें?
20. क्या ये लगाता नहीं है कि ये टकराव दिल्ली की जनता के लिए ठीक नहीं है?
जवाब: ये टकराव नहीं है. इसे टकराव का नाम देना अरविंद केजरीवाल की फौज को समर्थन देना है. केजरीवाल सीएम हैं न तो वो क्यों नहीं साइन करना चाहते. मैं सिर्फ इतना पूछना चाहता हूं.
21. क्या सीएम अरविंद केजरीवाल फाइलों पर साइन नहीं कर रहे हैं?
जवाब: सीएम केजरीवाल एक भी फाइल पर साइन नहीं किए हैं. दो दर्जन से ज्यादा ऐसी फाइलें पकड़ी गई हैं, जिसपर एजली से कहते हैं साइन कर दो, लेकिन वो साइन नहीं करेंगे.
22. हर चीज तो सीएम के पास होता नहीं है, मंत्री के पास होता है. उसके लिए प्रोटोकॉल बना होता है और उसके दायरे में होता है?
जवाब: सही कहा आपने! लेकिन, जिसपर सीएम के साइन चाहिए उसपर सिर्फ अधिकारी क्यों साइन करेगा.
23. आपके पास ऐसी कोई फाइल है?
जवाब: दो दर्जन से ज्यादा फाइलें हैं.
24. कोई उदाहरण दे सकते हैं आप?
जवाब: जिसको एलजी साहब ने लिखा है, उस चिठ्ठी को पढ़ने की आवश्कता है. अगर उस चिठ्ठी को नहीं पढ़ा जाएगा, तो ये सारी चीजें ही हवा में हो जाएंगी.
25. अभी विधानसभा में एलजी के लिए सीएम ने कुछ शब्द बोल थे, उस पर क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: मैंने कहा था अरविंद केजरीवाल जो भाषा देश के प्रधानमंत्री और दिल्ली के एलजी के लिए विधानसभा में इस्तेमाल किया है. वही भाषा मीडिया के सामने या अपने किसी मंच पर बोल के दिखा दो.
26. आप बार-बार उनको ऐसी धमकियां क्यों देते हैं कि आपको लोग मार डालेंगे, पीट डालेंगे? आपने धमकी भरे लहजे में ऐसा कुछ ट्वीट भी किया था?
जवाब: अब मेरी बात अच्छे से जाने दीजिए! जिस भाषा का प्रयोग उन्होंने देश के प्रधानमंत्री और दिल्ली के एलजी के लिए विधानसभा में किया है. वो बाहर किसी मीडिया, बाइट या मंच से कर दें. मुझे देश के कानून पर भरोसा है और वो कानून उन पर तुरंत कार्रवाई करेगा. लेकिन, वो जानते हैं कि अगर विधानसभा में बोलूंगा तो कार्रवाई नहीं हो सकती है. जहां तक रहा मेरे बोलने का तो मैं उन्हें बचाता हूं. लोगों में बोलें तो उनकी सुरक्षा और बढ़ा दी जाए, क्योंकि लोगों में बहुत गुस्सा है.
27. विपक्ष का आरोप है लगातार जबसे सिसोदिया जेल में गए कि केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं?
जवाब: सिसोदिया या विपक्ष उसका कहा पहले स्टडी करना पड़ेगा. आप शराब घोटाला करें और हम रोकें तो दुश्मन.
28. शराब घोटाला अभी प्रूव तो नहीं हुआ? जो खबरें आ रही हैं उसमें फैक्ट है क्या?
जवाब: तो क्यों नहीं उन्हें बेल मिल जा रही है.
29. आप सरकार तो कह रही जानबूझ कर किया जा रहा है. आज तक कुछ मिला नहीं?
जवाब: कोर्ट बीजेपी तो है नहीं. कई बार वो ऐसा दिखाते हैं कि कोर्ट जो निर्णय ले रही वो बीजेपी कर रही है. अरे भाई! कोर्ट बीजेपी को भी डांट फटकार सकती है.
30. राहुल गांधी का आरोप है कि हमें सदन में बोलने ही नहीं दिया गया?
जवाब: राहुल गांधी पीएम से ज्यादा बोले होंगे. राहुल गांधी जब बोलते हैं, तो हम लोग को कहा जाता है कि कोई हल्ला नहीं करेगा. ध्यान से सुनो अब उनको बोलने ही नहीं आता, तो हम लोग क्या करें? उनकी शिक्षा-दीक्षा ऐसी हो चुकी है, तो हम लोग क्या करें.
31. राहुल गांधी की शिक्षा-दीक्षा विदेश में हुई है, तो उनकी शिक्षा तो कम नहीं है?
जवाब: जब चुनाव लड़ने जाते हैं, तो एफिडेविट क्यों नहीं देते हैं कि मैं हावर्ड से पढ़ा हूं.
32. ऐसा नहीं लगता कि उनकी सदस्यता खत्म करना लोकसभा के लेवल पर जल्दबाजी की गई है?
जवाब: दरअसल, जल्दी हमें आपको सोचने में हो जाती है! 2019 में प्रहलाद मोदी को कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई. अगले दिन जब वो विधानसभा पहुंचे, तो कांग्रेस की सरकार ने उन्हें सदस्यता खत्म होने का प्रमाण पत्र पकड़ा दिया. तो क्या राहुल गांधी के लिए संविधान नहीं है.
33. राहुल गांधी का घर भी खाली कराने का नोटिस दे दिया?
जवाब: ये तो नेचुरल प्रोसेस है.
34. अभी सत्यपाल मलिक ने कहा है कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी किसी पद पर नहीं है, लेकिन उन्हें सरकारी आवास मिला है?
जवाब: अरे भाई! तो उनका आवास किसी सुविधा के तहत होगा. हो सकता है किसी गेस्ट के नाम पर रह रहे हों तो राहुल गांधी रह जाएं किसी गेस्ट के नाम पर. उनके कोई सांसद उनके खाली करने के लिए तैयार नहीं है.
35. 2024 और 2025 चुनाव जीतने के लिए क्या प्लान है मनोज तिवारी या बीजेपी का?
जवाब: आधा प्लान तो हम लोग करते हैं. आधा प्लान तो विपक्ष खुद ही कर लेती है अपने हारने का. अपनी बोली से, अपने आचरण से, देश को गाली देकर. देश की जनता को पता है कि कौन 48 करोड़ जनता को पहली बार बैंक से जोड़ा. कौन है जिसने 11 करोड़ घरों में पहली बार शौचालय बना कर दिया.
36. 2024 के चुनाव में आपकी नजर में मोदी के सामने सबसे बड़ा चेहरा कौन होगा?
जवाब: हम को तो 22-23 दिख रहा है. कोई एक तो है ही नहीं. बहुत लोग हैं.
37. कोई एक नाम बताइए, जो लगे कि ये सामना कर सकता है?
जवाब: देखिए, पीएम मोदी ताकतवर व्यक्ति नहीं है. वो भारतीयों के दिलों में बसे हैं और ऐसा विपक्ष में कोई नहीं दिख रहा है.
38. बीजेपी से लड़ने के सब एकजुट हो रहे हैं. अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव सब एक साथ आ रहे हैं?
जवाब: ये सब अपना अपना भ्रष्टाचार बचाने के लिए लड़ रहे हैं. अपना अस्तित्व बचाने के लिए लड़ रहे हैं. ये सब जनता के लिए नहीं लड़ रहे हैं. जनता के लिए बीजेपी लड़ी है और हमेशा लड़ेगी.
39. बीजेपी में मोदी के बाद कौन ऐसा चेहरा है, जो प्रधानमंत्री पद का दावेदार बन सकता है?
जवाब: ये तो हम सोचते ही नहीं हैं. हमारे यहां एक लोकतांत्रिक ढंग से व्यक्ति को चुन लिया जाता है. अभी पीएम मोदी को हम लोग 2047 तक देख रहे हैं. पीएम मोदी की हर योजना 2047 तक की है.
40. क्या ये 2014 के बाद आपके मन में आया?
जवाब: हां, ये 2014 के बाद ही मन में आया.
41. उससे पहले आप सपा से चुनाव लड़े थे?
जवाब: हां, लड़े थे. तब हम भी यही सोचते थे कि कुछ नहीं हो सकता, क्योंकि तब रिश्तों पर राजनीति होती थी.
42. आपको सपा में कौन ले गया?
जवाब: अमर सिंह.
43. आपको लगा था आप योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जीत जाएंगे?
जवाब: नहीं, जैसे मुझे पता चला. गोरखपुर से चुनाव लड़ना है. मैं समझ गया कि 15 साल के अंदर मेरे जीवन में पहली बार हार होने वाली है.
44. अमर सिंह के आप करीबी रहे, तो अमर सिंह में ऐसी क्या खूबी थी कि वो जिस भी एक्टर या एक्ट्रेस को जहां भी लेकर जाते थे वो चले जाते थे?
जवाब: वो उनके करियर का ध्यान रखते थे.
45. करियर को लेकर वो क्या करते थे?
जवाब: हां, फिल्में दिलवाते थे. कभी किसी एक्टर को आर्थिक मदद की जरूरत होती थी, तो वो खड़े रहते थे.
46. बीजेपी में आपको कौन लेकर आया?
जवाब: नरेंद्र मोदी. 2012 में जब नीतीश कुमार ने डिनर कैंसिल किया, तो हम जैसे बिहारियों को चुभ गया. तो उस समय बिहार 100 साल का हुआ था, तो हम लोगों ने गुजरात में बिहार शताब्दी समारोह किया. नरेंद्र मोदी को चीफ गेस्ट बनाया. वहीं उस समय तक लगने लगा था कि मोदी पीएम कैंडिडेट हो सकते हैं. उस समय नरेंद्र मोदी बहुत सम्मान दिए. जबकि राहुल गांधी हमारे बगल ही थे अमेठी में, लेकिन कभी भी नहीं बुलवाया.
47. आपके पास फोन किसका आया था कि आप चुनाव लड़ लीजिए?
जवाब: सुषमा स्वाराज का. उससे पहले मुझे कहा गया था बक्सर से चुनाव लड़ोगे. उस समय नितिन गडकरी दिल्ली के प्रभारी थे. वही हमें पार्टी ज्वाइन कराए थे. जब चुनाव आया, तो सुषमा स्वाराज का फोन आया था.
48. आपको डर नहीं लगा कैसे जीतेंगे?
जवाब: अरे कांप गए थे. मैंने तुरंत नितिन गडकरी को फोन लगाया, तो उन्होंने कहा यही डिसीजन लिया गया है तुम दिल्ली से लड़ो. हम हैं.
49. कभी लगा अपने बक्सर वापस जाएं?
जवाब: बक्सर तो हम तब भी नहीं गए थे.
50. काशी आपका कार्य क्षेत्र रहा है वहां तो आप जाते रहते हैं?
जवाब: पढ़ाई हुई वहां से, लेकिन अब मैं अपनी लोकसभा के घर-घर में पहुंच चुका हूं.
51. बनारस की क्या चीजें आप मिस करते हैं?
जवाब: मिस नहीं करता क्योंकि मैं वहां हर 15 दिन में चला जाता हूं.
52. अफसोस होता है कभी?
जवाब: हां, कुछ अफसोस है. आप जानते होंगे मेरी पहली शादी टूट गई.
53. बेटी से आप मिलते हैं?
जवाब: हां बेटी से मैं मिलता रहता हूं, लेकिन मैं लोगों को बोलना चाहूंगा न कि अलग होने के पहले हजार बार सोचो. पत्नी पति अलग होकर रह सकते हैं, लेकिन बच्चे के जीवन पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. आप बच्चे के जिंदगी के साथ न्याय नहीं कर रहे हैं. ये मैंने महसूस किया जीवन में. बच्चों के होने के बाद जीवन बदलना सिर्फ अपनी जिद्दी को मानने का एक तरीका है. मैंने बहुत कोशिश की बचाने की, लेकिन नहीं बचा.
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