BJP सांसद मनोज तिवारी का सवाल- सिंगापुर में मेयर के प्रोग्राम में जाने के लिए क्यों बेचैन हैं CM केजरीवाल?
Singapore Mayor Conference: मनोज तिवारी ने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंगापुर की यात्रा करने के लिए शोर-शराबा कर रहे हैं. यह अशोभनीय व्यवहार है, मैं इसकी निंदा करता हूं
Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने प्रस्तावित सिंगापुर के दौरे के लिए केंद्र सरकार की अनुमति मिलने में देरी से नाराज हैं. लेकिन इस बीच में उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने सीएम केजरीवाल पर तंज कसते हुए हमला किया है. तिवारी ने ट्वीट करके सीएम केजरीवाल को आड़े हाथों लिया. गौरतलब है कि सिंगापुर के उच्चायुक्त समाइन वॉन्ग ने जून में सीएम केजरीवाल को अगस्त के पहले हफ्ते में आयोजित होने वाले वर्ल्ड सिटीज समिट-2022 में आमंत्रित किया है.
बिना किसी विभाग के वो झूठ परोसने
मनोज जिवारी ने कहा एक द्वीट में कहा, "एक भी विभाग ना रखने वाला दिल्ली का मुख्यमंत्री, सिंगापुर में मेयर के प्रोग्राम में जाने को इतना क्यों बैचेन है?" वहीं मनोज तिवारी ने एक वीडियो के जरिए सीएम अरविंद कजेरीवाल पर हमला किया. उन्होंने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंगापुर की यात्रा करने के लिए शोर-शराबा कर रहे हैं. यह अशोभनीय व्यवहार है, मैं इसकी निंदा करता हूं और मुझे इसपर हंसी भी आ रही है. वो मेयर नहीं हैं लेकिन वो सिंगापुर में होने वाली मेयरों की मीटिंग में जाना चाहते हैं. वो मुख्यमंत्री हैं, मगर एक भी विभाग नहीं है. बिना किसी विभाग के वो झूठ परोसने का काम कर रहे हैं.
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केजरीवालहर मोर्चे पर फेल साबित हुए
मनोज तिवारी ने वीडियो में आगे कहा, मैं पूछना चाहता हूं, केजरीवाल जी आप मेयरों की मीटिंग में क्या बताना चाहते हैं? क्या आप ये बताना चाहते हैं कि आपके दरवाजे पर 15 दिन मेयर बैठे रहे, उनको फंड देना तो दूर आप उनसे घर से बाहर निकलकर मिले भी नहीं. केजरीवाल दिल्ली में हर मोर्चे पर फेल साबित हुए हैं. अरविंद केजरीवाल एक विभागहिन मुख्यमंत्री हैं, जो देश में झूठ परोस रहे हैं.
केजरीवाल का उतावलापन जगजाहिर
मनोज तिवारी ने आगे कहा, एक ऐसा मुख्यमंत्री जो दिल्ली की देश में फजीहत करा रहा है और अब देश की फजीहत कराने के लिए उनका उतावलापन जगजाहिर है. बेहतर होता कि सिंगापुर जाने के बजाय दिल्ली की उन बस्तियों में जाकर दिल्लीवासियों का हाल पूछते जिन्हें पीने का पानी नहीं मिल रहा है. उन लोगों से मिलते जो जलभराव की समस्या से परेशान हैं.