राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से उत्तर-पूर्व दिल्ली के नतीजों पर सबकी निगाहें हैं क्योंकि यहां से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं.महत्वपूर्ण बात ये है कि बीजेपी ने बाकी छह सीटों पर अपने सांसदों का टिकट काट दिया लेकिन मनोज तिवारी पर अपना भरोसा बरकरार रखा और उन्हें फिर से मैदान में उतारा.


वहीं, उनके सामने कांग्रेस ने कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को प्रत्याशी बनाया. कन्हैया कुमार के इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी बनते ही इस सीट की और चर्चा होने लगी. इंडिया गठबंधन दावा कर रही है कि कन्हैया ने मनोज तिवारी को कड़ी टक्कर दी है. हालांकि एग्जिट पोल के नतीजे कुछ और ही बयां कर रहे हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के सर्वे में चौंकाने वाली बात सामने आई है. 


एक्सिस माई इंडिया के चीफ प्रदीप गुप्ता का कहना है कि कन्हैया कुमार, मनोज तिवारी के सामने मुकाबले में कहीं नहीं हैं. इंडिया टुडे से बातचीत में प्रदीप गुप्ता ने कहा, '' उत्तर-पूर्व दिल्ली पर मनोज तिवारी आगे चल रहे हैं. वहां मनोज तिवारी के पक्ष में हवा नहीं बल्कि एसी चल रहा है. कन्हैया मुकाबले में उनके करीब नहीं हैं.''


2019 में बढ़ा था बीजेपी का वोट शेयर
एक्सिस माई इंडिया अपने सर्वे में दिल्ली में बीजेपी को 6-7 सीटें दे रही है जबकि कांग्रेस को 0-1 सीट मिल सकती है. वोट शेयर की बात करें तो दिल्ली में बीजेपी को 54 प्रतिशत, कांग्रेस को 19 प्रतिशत और आप को 25 प्रतिशत वोट मिलते दिख रहे हैं. 2019 के चुनाव की बात करें तो बीजेपी को 56.86 प्रतिशत, कांग्रेस को 22.51 प्रतिशत और आप को 18.11 प्रतिशत वोट मिले थे. माना जा सकता है कि कांग्रेस और आप के साथ आने से बीजेपी के वोट शेयर पर असर पड़ रहा है. 


दिल्ली की सभी सात सीटें बीते दो चुनावों से बीजेपी जीतती आ रही है. 2014 के चुनाव में बीजेपी को 46.40 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि आप के खाते में 32.90 वोट गए थे. वहीं, कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही थी और 15.10 प्रतिशत मतदाताओं ने उसके समर्थन में वोट डाला था.


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