Delhi MCD News: दिल्ली नगर निगम ने उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइन्स क्षेत्र में स्थित राजन बाबू इंस्टीट्यूट ऑफ पल्मोनरी मेडिसिन एंड ट्यूबरकुलोसिस (RBIPMT) परिसर में नया मेडिकल कॉलेज विकसित करने की योजना तैयार की है. इस योजना के तहत मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर 380 करोड़ की लागत आने की संभावना है.
एमसीडी ज्ञानेश भारती द्वारा तैयार प्रस्ताव के अनुसार निगम ने मेडिकल कॉलेज परिसर को विकसित करने के लिए अगले चार वर्षों में सालाना 95 करोड़ आवंटित करने की योजना बनाई है. मेडिकल कॉलेज के निर्माण में कुल 380 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है. प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज में 150 एमबीबीएस छात्रों और 50 एमडी और 50 एमएस सीटों का प्रावधान होगा.
एचटी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मेडिकल कॉलेज हिंदू राव अस्पताल के साथ "ट्विन कैंपस" मॉडल पर संचालित होगा, जो नगर पालिका द्वारा संचालित सबसे बड़ा अस्पताल है. दरअसल, नॉर्थ एमसीडी ने 2013 में 50 सीटों के साथ एक छोटा मेडिकल कॉलेज शुरू किया था. इस मेडिकल कॉलेज के लिए बुनियादी ढांचा तैयार करने और इसका विस्तार करने की योजना थी, लेकिन निगम को वित्तीय बाधाओं का सामना करना पड़ रहा था.
RBIPMT परिसर में मेडिकल कॉलेज बनाने पर बन सहमति
नये प्रस्ताव के तहत हिंदू राव अस्पताल परिसर में जगह की कमी को देखते हुए पास के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित जमीन का एक हिस्सा लेने की योजना थी, लेकिन एएसआई ने नई इमारतें स्थापित करने पर आपत्ति जता दी. एएसआई का कहना है कि अशोक स्तंभ और 1857 के विद्रोह स्मारक इस स्थल के बहुत करीब स्थित है. इस बात को ध्यान में रखते हुए आरबीआईपीएमटी अस्पताल में पूरे परिसर को एमसीडी ने विकसित करने का फैसला लिया है.
MNC गाइडलाइन फॉलो करने पर जोर
हिंदू राव कॉम्प्लेक्स के अंदर 50 सीटों वाले मेडिकल कॉलेज में पोर्टा केबिन संरचनाओं से बाहर चलने वाली कई सुविधाएं हैं. कॉलेज का पहला बैच 2017 में स्नातक हुआ. 16 फरवरी 2024 को दिल्ली सरकार के विशेष सचिव स्वास्थ्य की अध्यक्षता में दिल्ली के सभी मेडिकल कॉलेज डीन की एक बैठक हुई. इस बैठक के दौरान एमसीडी को सीटों की संख्या बढ़ाने की सलाह दी गई थी. प्रति वर्ष 150 सीटें और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम भी शुरू होंगे. राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद के दिशानिर्देशों के अनुसार छात्रों की न्यूनतम संख्या प्रति वर्ष 100 है.
एमसीडी आयुक्त के प्रस्ताव में कहा गया है कि 250 प्रवेशों की अवधारणा डिजाइन के साथ अटल बिहारी वाजपेई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और राम मनोहर लोहिया अस्पताल की परियोजना रिपोर्ट के आधार पर 380 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान तैयार किया गया है. प्रति यूनिट लागत 1.9 करोड़ आने का पूर्वानुमान है.
इस सुविधाओं कर होगा विकास
एमसीडी कमिश्नर के प्रस्ताव में कहा गया है कि निगम छात्रों के प्रवेश को 60 एमबीबीएस सीटों से बढ़ाकर 150 एमबीबीएस सीटों तक बढ़ाने, प्रयोगशालाओं, छात्रावासों, सभागारों, मल्टी-स्पेशियलिटी स्वास्थ्य ब्लॉक, पुस्तकालय, स्टाफ क्वार्टर सहित अन्य सुविधाओं के साथ मेडिकल परिसर के निर्माण और प्रशासनिक मंजूरी दे सकता है.