Doctors Salary Issue: उत्तरी एमसीडी के स्वास्थ्य कर्मियों को महीनों से वेतन नहीं मिलने के मामले का कोई हल निकलता नहीं देख नगर निगम डॉक्टर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख उनसे इस मुद्दे पर ध्यान देने का आग्रह किया है. यह पत्र पीएम मोदी के साथ-साथ दिल्ली के एलजी, सीएम अरविंद केजरीवाल और नॉर्थ एमसीडी के आयुक्त को भेजा गया है.


एसोसिएशन का कहना है कि उत्तरी एमसीडी न तो अपने स्वास्थ्य कर्मचारियों को वेतन भुगतान के लिए राशि का प्रबंध करने में सक्षम है और न ही अदालत की सलाह के अनुसार वह केंद्र सरकार या राज्य सरकार को सेवाएं देने को तैयार है. एसोसिएशन ने कहा है "ऐसा प्रतीत होता है कि सभी उच्च अधिकारी और संस्थान डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को वेतन का भुगतान सुनिश्चित करने में हमसे ज्यादा असहाय हैं."


एसोसिएशन का कहना है कि उत्तर एमसीडी कई सालों से आर्थिक संकट से जूझ रही है और अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है. इसलिए हम प्रधानमंत्री से विनम्रतापूर्वक आग्रह करते हैं कि इस समस्या को कोई स्थायी समाधान निकालें.


आपको बता दें कि उत्तरी एमसीडी अपनी चिकित्सा सुविधाओं में कम से कम 1,000 वरिष्ठ डॉक्टरों, 500 रेजिडेंट डॉक्टरों और 1,500 नर्सिंग अधिकारियों को नियुक्त करता है. उनके वेतन दो महीने से अधिक समय से लंबित हैं. ये स्वास्थ्य कर्मी हिंदू राव, महर्षि वाल्मीकि संक्रामक रोग, कस्तूरबा अस्पताल, गिरधारी लाल प्रसूति अस्पताल और राजन बाबू संस्थान में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.


पिछले 3 सालों में स्वास्थ्य कर्मी एक दर्जन से अधिक हड़ताल कर चुके हैं. एमसीडी अस्पतालों में वेतन की समस्या हमेशा बनी रहती है. फिलहाल हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर और नर्स ने वेतन को लेकर आधे दिन का हड़ताल भी किया है.


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