MCD Election 2022: एमसीडी चुनाव के मैदान में अब सिर्फ 1,349 उम्मीदवार, आखिरी दिन 67 ने वापस लिया नाम
दिल्ली नगर निगम के लिए आगामी चार दिसंबर को चुनाव हैं और अब नाम वापसी की तारीख बीत चुकी है. राज्य चुनाव आयोग ने बताया कि 55 निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन वापस किया.
Delhi MCD Polls 2022: दिल्ली में चार दिसंबर को होने वाले नगर निगम चुनाव के लिए कुल 67 उम्मीदवारों ने शनिवार को अपना नामांकन वापस ले लिया, जिसके चलते अब कुल 1,349 उम्मीदवार मैदान में हैं. आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है. शनिवार को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि थी.
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 55 निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया है. बहुजन समाज पार्टी के छह उम्मीदवारों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया. आंकड़ों के मुताबिक नाम वापस लेने वालों कुल 67 में से 34 पुरुष उम्मीदवार थे. नाम वापस लेने के बाद, अब कुल 1,349 उम्मीदवार मैदान में है, जिसमें 709 महिला उम्मीदवार शामिल हैं. एमसीडी चुनाव की मतगणना सात दिसंबर को होगी. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 250 वार्डों के लिए चार दिसंबर को मतदान होना है, जबकि इसके परिणाम सात दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
BJP के नेताओं की रैली
उधर रविवार को बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री और पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित कई बड़े नेता दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले शहर भर में आयोजित 14 रोड शो में भाग लेंगे. रोड शो में शामिल होने वाले नेताओं में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, असम के CM हिमंत बिस्व सरमा, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी शामिल हैं.
दिल्ली बीजेपी महासचिव कुलजीत सिंह चहल ने इसे 'सुपर संडे' करार देते हुए कहा कि नड्डा यहां संगम विहार में प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत, हरदीप सिंह पुरी, जितेंद्र सिंह और मीनाक्षी लेखी सहित केंद्रीय मंत्री भी विभिन्न क्षेत्रों में रोड शो में शामिल होंगे. पार्टी के दिल्ली सांसद हर्षवर्धन, मनोज तिवारी, रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा, गौतम गंभीर और हंसराज हंस भी रोड शो में शामिल होंगे.
बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि एमसीडी चुनाव दिल्ली के लोगों के सामने एक मौका है कि वे 'भ्रष्ट' केजरीवाल सरकार को सबक सिखाएं जो वायु प्रदूषण, यमुना की सफाई और पानी की आपूर्ति सहित विभिन्न समस्याओं को हल करने में विफल रही है.