MCD Mayor Election Update: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) मेयर चुनाव से पहले सदन में एलजी द्वारा मनोनीत पार्षदों की शपथ को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी (AAP) नेता आपस में भिड़ गए. इस दौरान दोनों पार्टियों के नेताओं में हाथापाई और धक्का-मुक्की भी हुई. वहीं अब सदन में हंगामे का बाद आप-बीजेपी सदन के बाहर भी एक दूसरे पर हमलावर हैं. सदन में हुए हंगामे को लेकर दोनों पार्टियों की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई और एक-दूसरे पर जमकर हमला बोला.


जानें क्या बोली बीजेपी


एमसीडी सदन में हुए हंगामे के बाद बीजेपी की तरफ से सासंद मीनाक्षी लेखी, प्रवेश वर्मा और मनोज तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.  बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 26 जनवरी का वो दिन जब अरविंद केजरीवाल अपना बिस्तर लेकर रेल भवन के सामने पहुंच गए थे. उन्होंने स्वयं कहा था कि वो अराजक हैं, दूसरा जब उनके राज्यसभा के सांसदो ने राज्यसभा में अराजकता की थी. आज एक बार फिर से नगर निगम सदन में उनकी अराजकता देखी गई. एलजी ने अपने अधिकारों का पालन किया लेकिन आम आदमी पार्टी ने अव्यवस्था करने का काम किया.


सदन में बहुत ही शर्मनाक घटना घटी


बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि नगर निगम हाउस में जिस तरह से आज अराजक परिस्थितियां देखी गई, ऐसा कभी नहीं हुआ होगा. बहुत ही शर्मनाक घटना घटी. यह उनलोगों ने किया जो अपने आप को सत्ता में अराजक कहकर आए हैं. मनोनीत पार्षद का जब शपथ शुरू हुआ और पीठासीन अधिकारी ने जब हाउस चलाने की शुरूआत की तो उसमें अव्यवस्था पैदा करने का काम किया. महिला पार्षदों के साथ भी बदतमीजी की गई.


पीठासीन अधिकारी का अधिकार वह किसे शपथ दिलाएं


इस दौरान बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि आप (AAP) ने आरोप लगाया कि शपथ ग्रहण शुरू हुआ तो मनोनित पार्षद का शपथ क्यों शुरू हुआ. यह पीठासीन अधिकारी का अधिकार है कि वे किसे पहले शपथ दिलाते है. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 14 विधायक जो मनोनीत होते है उसमें से सिर्फ 1 बीजेपी का है हम इसमें भी बदलाव कर सकते हैं. बीजेपी सांसद ने कहा मैं वहां मौजूद था, जब एक पार्षद ने शपथ ली, तो किसी ने कुछ नहीं बोला. जैसे ही दूसरे मनोनीत पार्षद ने शपथ ली, आम आदमी पार्टी का एक व्यक्ति  माइक तोड़ने के लिए पहुंच गया. माइक को तोड़ने लगा और हमारे पार्षद को मारने लगा और माइक तोड़ने में उसका हाथ कट गया.


 वहीं बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आज हम सब बड़े अच्छे काम के लिए गए थे लेकिन आम आदमी पार्टी के गुंडों ने इसे दागदार बना दिया. ये लोग पूरी तैयारी से आए थे और उनके पास ब्लेड जैसी धारदार चीज थी. जिससे हमला किया था और कुछ लोग शराब पीकर आए थे. हम लोग वोट करने की ट्रेनिंग दे रहे थे और ये लोग कैसे मारपीट की जाए कैसे तोड़फोड़ की जाए की ट्रेनिंग दे रहे थे. आज ताहिर हुसैन जैसे कैरेक्टर दिखाई पड़ रहे थे. 


बीजेपी ने सदन में की बड़ी साजिश रही- आतिशी


आप विधायक ने आतिशी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि लोंगों ने अपना मन बना लिया था कि वो इस बार बीजेपी को नगर निगम से बाहर फेंकने का काम करेंगे और AAP को मौका देंगे. बीजेपी को अभी भी से समझ नहीं आ रहा कि वो कैसे बाहर हो गए. सभी गैर-संविधानिक तरीके से सरकार बनाने की कोशिश कर रहे हैं. आज भी वही साजिश और कोशिश नजर आई बीजेपी की. साजिश ये थी कि इन मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाने के बाद इनसे मेयर, डिप्टी मेयर और स्टेंडिग कमिटी के सदस्यों के चुनाव में वोट डलवाएंगे. 


मनोनीत पार्षद वोट नहीं कर सकता


आतिशी ने कहा कि जबकि संविधान ये कहता है कि इन मनोनीत पार्षदों को वोट डालने का कोई अधिकार नहीं है. कुछ साल पहले कुछ पार्षद इस मामले में कोर्ट भी गए थे कि उन्हें वोटिंग राइट दिया जाए लेकिन तब कोर्ट ने भी साफ इनकार कर दिया था कि ये नहीं हो सकता. नगर निगम एक्ट भी ये कहता है कि मनोनीत पार्षद वोट नहीं कर सकता.


प्रोटेम स्पीकर का काम सिर्फ मेयर का चुनाव करवाना 


इसके साथ ही आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज जो MCD के हाउस में हुआ वो क्यों हुआ ये सब जानते है. हमारे पास नंबर है मेयर, डिप्टी मेयर और स्टेंडिग कमिटी के मेंबर भी हमारे बनेंगे तो AAP क्यों नहीं चाहेगी कि मेयर के लिये वोट ना हो जबकि मेजोरिटी हमारी है. जबकि बीजेपी इसे रोकने का काम करेगी क्योंकि उनके पास नंबर नहीं है. प्रोटेम स्पीकर को सिर्फ मेयर का चुनाव करवाना होता है और मेयर के चुनाव में सिर्फ चुने हुये पार्षद ही वोट डालने का काम करेंगे. बेईमानी से मनोनीत पार्षदों से वोट डलवाने का काम करवाना चाहते थे.


AAP के 4 पार्षद हुए घायल  


वहीं सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी के सांसदों के बारे में बात करते है. एक तो वकील भी है और इनको नहीं पता कि प्रोटेम स्पीकर और प्रोटेम मेयर कौन होता है. जो सीनियर मोस्ट होते है उसे ही प्रोटेम स्पीकर चुना जाता है. नगर निगम के कमिश्नर भी ये जानते है. बीजेपी सांसद एक हफ्ते से छिपे बैठे थे. कंझावला मामले में चुप्पी साध रखी थी. कौन-सा नशा करते हैं ये जो चुप बैठे थे एक लड़की की मौत पर. लेकिन आज निगम के मामले में पीसी करने तुरंत पंहुच गए. आज इन्हें पता चल गया हाउस के अंदर कि हम क्या कर सकते हैं. जनता ने चुन के भेजा है तो जनता के काम के लिये कुछ भी करेंगे. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमारे 4 पार्षद घायल हुए हैं और वो सभी अस्पताल में भर्ती हैं. ये लोग कह रहे हैं कि 4 लोगों ने शपथ ले ली. कैसे ले ली इतना हंगामा सबने देखा तो कैसे शपथ हो गई.  


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