Delhi MCD Mayor Election: दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) के मेयर का चुनाव सोमवार को एक बार फिर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और बीजेपी (BJP) के पार्षदों की तरफ से किए गए हंगामे के बीच स्थगित हो गया. दिल्ली फिर से मेयर से महरूम रह गई. ये तीसरी बार है, जब सदन की कार्यवाही को स्थगित कर मेयर का चुनाव टाला गया है. इसका ठीकरा आम आदमी पार्टी और बीजेपी पर फोड़ते हुए कांग्रेस (Congress) ने दोनों के अवसरवादी सोच और सत्ता का लालची बताया.


एमसीडी मेयर चुनाव के स्थगित होने के बाद दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आप और बीजेपी दोनों को आड़े-हाथों लिया. उन्होंने कहा, "दिल्ली नगर निगम में स्पष्ट बहुमत होने के बाद भी मेयर का न चुना जाना, आप और बीजेपी की ओर से जनता के मत का अपमान करना है. इस तरह से सदन में लगातार हंगामे के बाद चुनाव को टाला गया, उससे निश्चित ही लोकतंत्र की हत्या हुई है."


'आप और बीजेपी की मनमामी से नहीं हुआ चुनाव'


अनिल चौधरी ने आगे कहा, "आप और बीजेपी की खींचतान और मनमामी ने मेयर चुनाव के तीसरे प्रयास को भी विफल कर, लोकतांत्रिक नियमों और सदन की मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाई हैं. दो महीने से ज्यादा का वक्त एमसीडी चुनाव के नतीजों को आए हुए हो चुका है, लेकिन आप और बीजेपी के पार्षदों के गाली-गलौज और शोर-शराबे ने चुनाव प्रक्रिया में व्यवधान डाल कर मेयर, उपमेयर और स्थाई समिति के चुनाव को टाल दिया है." इस दौरान उन्होंने बताया कि कांग्रेस अपने फैसले पर अडिग है और पार्टी के पार्षद चुनावी प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेंगे.


अनिल चौधरी ने पूछा- आप संवैधानिक प्रक्रिया में रोक क्यों लगा रही?


दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी जब बहुमत के साथ निगम चुनाव जीती है, तब उन्हें नए निगम चुनाव एक्ट के अनुसार चुनाव कराने में परेशानी क्यों हैं? नए नियम में अगर एल्डरमैन को मेयर चुनाव में वोट डालने का अधिकार है, तब आम आदमी पार्टी संवैधानिक प्रक्रिया में रोक क्यों लगा रही है? वहीं उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि निगम में मेयर, डिप्टी मेयर और स्थाई समिति के सदस्यों के चुनाव यदि नही पा हो रहा है, तो कोर्ट का दरवाजा खुला है. 


दोनों पार्टी सत्ता की लालची: कांग्रेस


दोनों पार्टी को सत्ता का लालची बताते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी सत्ता की लड़ाई में जनहित और दिल्ली के विकास की तरफ कोई नहीं है. निगम में पूर्ण बहुमत होने के बावजूद आम आदमी पार्टी के पार्षद अपने को असहाय दर्शा रहे हैं. कहीं इसके पीछे केजरीवाल का मास्टर मांइड तो नहीं?


'केजरीवाल दिल्ली का विकास करने में रहे विफल'


वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल के सुशासन और विकास के दावों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पिछले 8 सालों से दिल्ली की सत्ता में है, जो विकास और कल्याण करने में पूरी तरह विफल रही है. उन्होंने कहा कि एमसीडी सदन में लगातार तीसरी बार हंगामा करके दिल्ली में केजरीवाल सरकार की विफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश हो रही है. यदि एमसीडी में भी आप अपने प्रभार की औपचारिकताओं को पूरा कर लेती है, तो दिल्ली को समस्याओं से और अधिक जूझना पड़ेगा.


अनिल चौधरी ने कहा कि चुनाव होने के बाद निर्वाचित निकाय के बिना, एमसीडी को अधिकारियों की ओर से चलाया जा रहा है, जो एमसीडी के चुनाव कराने के उद्देश्य कि एक नए निकाय को प्रशासन के नियंत्रण में लाने को बीजेपी और आम आदमी पार्टी की आपसी लड़ाई ने विफल कर दिया गया है.


भ्रष्टाचार में डूबी है बीजेपी और आप: अनिल चौधरी


कांग्रेस नेता ने बीजेपी और आप के एक-दूसरे पर पार्षदों के खरीद-फरोख्त के आरोप और भ्रष्टाचार को लेकर कहा कि बीजेपी ने 15 साल निगम में भ्रष्टाचार किया और केजरीवाल सरकार 8 सालों से दिल्ली की सत्ता हासिल करके भ्रष्टाचार के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं.


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