Delhi MCD Mayor Chunav 2023: दिल्ली मेयर और डिप्टी चुनाव से पांच दिन पहले दिल्ली सरकार ने पीठासीन अधिकारी का नाम तक कर उपराज्यपाल विनय सक्सेना के पास भेज दिया है. सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार ने एक बार पीठासीन अधिकारी के रूप में पहले की तरह कद्दावर पार्षद मुकेश गोयल का नाम भेजा है. दिल्ली सरकार के इस प्रस्ताव पर अंतिम फैसला अब एलजी को लेना है. इससे पहले एलजी ने दिल्ली सरकार के प्रस्ताव से अलग पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा को नियुक्त किया था.


पीठासीन अधिकारी के रूप में सत्या शर्मा का फैसला काफी विवादित रहा. मेयर चुनाव को लेकर सत्या शर्मा के फैसले से नाराज होकर डॉ. शैली ओबेरॉय ने सुप्रीम कोर्ट का सहारा लिया था. सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद चौथी बार में एमसीडी मेयर का चुनाव संपन्न हो पाया था. उस समय डॉक्टर शैली ओबेरॉय ने बीजेपी प्रत्याशी रेखा गुप्ता को 34 मतों से हराया था. शैली ओबेरॉय को 150 मत मिले थे, जबकि रेखा गुप्ता को 116 मत मिले थे. 


आप की जीत लगभग तय


दरअसल, दिल्ली नगर निगम मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव 26 अप्रैल को होगा. आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर अपने पुराने प्रत्याशी यानी निवर्तमान मेयर डॉक्टर शैली ओबेरॉय और निवर्तमान डिप्टी मेयर इकबाल अहमद को क्रमश: मेयर और डिप्टी मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है. दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने इस बार दोनों पदों के लिए नए प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. ऐसा कर बीजेपी ने आप को चौंकाने का काम भी किया है. बीजेपी ने मेयर पद के लिए ग्रेटर कैलाश से दूसरी बार पार्षद चुनी गईं शिखा राय को तो डिप्टी मेयर पद के लिए सोनिया विहार से पार्षद चुनी गईं सोनी पांडे को प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी ने ऐसा कर एक तरह से एमसीडी में महिला कार्ड खेल दिया है.


इसके बावजूद आम आमदी पार्टी के दोनों प्रत्याशियों की जीत लगभग तय है. ऐसा इसलिए कि एमसीडी सदन में आप को खुद के दम पर बहुमत हासिल है. मेयर चुनाव के लिए तय कुल 274 मतों में से 150 वोट आप के साथ हैं. ऐसे में बीजेपी प्रत्याशियों की जीत के लिए बड़े उलटफेर की जरूरत है, जिसकी संभावना इस बार न के बराबर है. 


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