Congress Attacks on BJP and AAP: दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) के मेयर, उपमेयर सहित स्थाई समिति के सदस्यों के चुनाव को लेकर सिविक सेंटर में हुए हंगामे पर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच लगातार राजनीति जारी है. एक बार फिर से कांग्रेस ने आप और बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि उनकी लड़ाई जनता के लिए है, जबकि दोनों पार्टियां कुर्सी के लिए लड़ रही हैं. आप और बीजेपी के पार्षदों ने विधायकों-सांसदों की मौजूदगी में हाथापाई की, जो जनता की समस्या के समाधान के लिए नहीं, बल्कि मेयर, डिप्टी मेयर और स्थाई समिति की कुर्सी पर कब्जा जमाने के लिए किया गया.


कांग्रेस ने कहा है कि इस घटना ने दिल्ली को शर्मशार कर दिया है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष और पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज का कहना है कि पार्टी आप और बीजेपी की जनविरोधी नीतियों का विरोध करना जारी रखेगी, क्योंकि लोगों ने जनादेश लोकहित और उनकी रक्षा के लिए दिया है, न कि विभाजनकारी और कुशासन के लिए. कांग्रेस ने इस पर साफ मत सामने रखा है कि पार्टी के सभी पार्षद जनता के मुद्दों और उनके समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं, सत्ता की मलाई चाटने के लिए नहीं, प्राथमिकता पूर्ण रूप से जनता के लिए विकास करने को लेकर है.


अनिल भारद्वाज बोले- कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए झूठे आरोप लगा रही आप


अनिल भारद्वाज ने कहा कि 150 की संख्या वाली आम आदमी पार्टी न जाने क्यों घबराई हुई है और साम-दाम, दंड-भेद की नीति अपनाते हुए कांग्रेस पर अनर्गल आरोप लगा रही है तो कभी पार्षदों को धमका रही है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए झूठे आरोप लगा रही है. आम आदमी पार्टी, उपराज्यपाल की ओर से हज कमेटी में कांग्रेस पार्षद को मनोनीत करने पर साठ-गांठ करने का आरोप लगा रही है, जो कि बिल्कुल ही निराधार है. हज कमेटी में निगम से एक प्रतिनिधि को मनोनीत करने का अधिकार उपराज्यपाल का है.


मुस्लिमों ने एमसीडी चुनावों में आप को भी किया खारिज: अनिल भारद्वाज


पूर्व विधायक ने आगे कहा कि एलजी ने निगम के 250 निर्वाचित प्रतिनिधियों में से कांग्रेस के पार्षद का चयन किया है तो ये सीधे और स्पष्ट तौर से उनके अपने विवेक से लिया फैसला है, लेकिन हज समिति में नामित करने से पूर्व न तो पार्टी से परामर्श किया गया और न ही कांग्रेस पार्टी की तरफ से कोई मांग की गई थी, जिसका दुष्प्रचार विरोधी दलों की ओर से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी मुस्लिम समुदाय के लोगों को चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं देती है. मुस्लिम समुदाय ने एमसीडी चुनावों में आप को भी खारिज कर दिया है, इसलिए एलजी को हज कमेटी में एक कांग्रेस पार्षद को नामित करने के लिए मजबूर होना पड़ा.


'कांग्रेस ने लोकतांत्रिक परंपरा का पालन किया'


अनिल भारद्वाज ने कहा कि हज कमेटी लाभ का पद नहीं है, बल्कि दिल्ली के हज यात्रियों के हितों की रक्षा के लिए कमेटी के कामकाज में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पारदर्शी तरीके से काम करने के लिए ही पद को स्वीकार किया है. उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि जब कांग्रेस केंद्र और दिल्ली में सत्ता में थी, तब सरकार ने बिना किसी राजनीतिक स्वार्थ के विभिन्न सरकारी समितियों में विपक्षी विधायकों और पार्षदों को नियुक्त करने की लोकतांत्रिक परंपरा का पालन किया था, लेकिन बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने इस परंपरा को खत्म कर दिया, क्योंकि अलग-अलग समितियों में सभी पद सत्ता के लोभ के कारण वे हथियाना चाहते हैं.


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