Delhi News Today: दिल्ली के अंदर मॉनसून की बारिश के बाद जलभराव की समस्या कोई नई नहीं है, लेकिन हाल के वर्षों में ये समस्या लगातार बढ़ रही है. आज यह समस्या इतना विकराल हो चुकी है कि इसके कारण ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस कोचिंग संस्थान में हुए हादसे में तीन छात्रों समेत और भी लोगों की मौत की घटनाएं सामने आई हैं. 


जिनका मुख्य कारण जलभराव रहा है, जिसे देखते हुए दिल्ली नगर निगम (MCD) ने अब दिल्लीवासियों को जलभराव की समस्या से स्थायी तौर पर निजात दिलाने का निर्णय लिया है. जिसे हकीकत का रूप देने के लिए दिल्ली के वर्षों पुरानी ड्रेनेज सिस्टम को बदलने की कवायद शुरू हो गयी है.


'दशकों पुराने ड्रेनेज सिस्टम खराब'
एमसीडी की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने बताया कि दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम दशकों पुराने हैं और खराब भी हो चुके हैं. जिसे एमसीडी अब बदलने जा रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 20 से 30 साल पुराने ड्रेनेज सिस्टम काम कर रहे हैं, जिसे वर्षों से बदला नहीं गया है और यह पूरी तरह से अब खराब हो चुके है. 


डॉ. शैली ओबेरॉय ने कहा, "ऐसे खराब और दशकों पुराने ड्रेनेज सिस्टम की सूची तैयार कर उसको बदलने में आने वाले खर्च का अनुमान लगाने के निर्देश एमसीडी अधिकारियों को दिए गए हैं. उन सभी ड्रेनेज सिस्टम को मेयर की विवेकाधीन निधि से तत्काल सही किया जाएगा, जिससे जल भराव की समस्या का समाधान हो सके."


'MCD स्टाफ-अधिकारी 24 घंटे करेंगे काम'
दिल्ली मेयर ने बताया कि एमसीडी कमिश्नर को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि मॉनसून तक एमसीडी के सभी अधिकारी और स्टाफ 24 घंटे काम करेंगे. इनकी अलग-अलग शिफ्ट में उनकी ड्यूटी लगाई जाएगी, जिससे दिल्ली में राजेंद्र नगर जैसी घटना दोबारा न हो. 


उन्होंने कहा, "इसके अलावा पूरी दिल्ली में जहां भी खुले तार और केबल हैं, उनका सर्वे कर एनडीपीएस और बीएसईएस के साथ मिलकर उन पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी."


'फुटपाथ, नालों से हटाये जाएंगे अतिक्रमण' 
मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा, "दिल्ली में अभी भी मॉनसून जारी है और जगह-जगह जलभराव की समस्या हो रही है. इसे देखते हुए अधिकारियों को कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं." 


उन्होंने कहा, "इसके तहत सबसे पहले दिल्ली में जहां-जहां बेसमेंट में अवैध तरीके से कोचिंग सेंटर या लाइब्रेरी लाइब्रेरी चल रही ही है, उन्हें लगातार सील किया जा रहा और आगे भी यह काम जारी रहेगा."


कोचिंग हादसे का जिक्र करते हुए मेयर ने कहा, "राजेंद्र नगर के केस में अतिक्रमण का मामला भी सामने आया है. दिल्ली में फुटपाथ और नालों पर से अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा. साथ ही अतिक्रमण के कारण बंद पड़े सभी नालों को खोला जाएगा, जिससे पानी की निकासी हो सके. 


जलभराव से निपटने लिए लगेंगे पोर्टेबल पंप
जलभराव की समस्या पर कार्रवाई को लेकर दिल्ली मेयर ने कहा, "भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो रहा है. ऐसे सभी प्वॉइंट्स जहां जल भराव की अधिक समस्या हैं, वहां पोर्टेबल पंप लगाए जा रहे हैं."


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