Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में बीते दिनों आई बाढ़ से मची तबाही से तो दिल्ली वालों को राहत मिल गई, लेकिन उसके बाद से दिल्ली में मच्छरों के प्रकोप बढ़ गया है. ऐसे में मच्छरजनित डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां भी खूब हो रही हैं. अब इससे बचाव के लिए दिल्ली नगर निगम (MCD) जगह-जगह मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव कर रही है. ऐसे में एमसीडी के सामने दो समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं. इनमें एक तो जगह-जगह जल जमाव होना है, दूसरा डीबीसी कर्मचारियों का हड़ताल पर होना है.


मच्छरों के कारण होने वाली बीमारियों के खतरे को देखते हुए मेयर शैली ओबरॉय ने जहां एक तरफ डीबीसी कर्मियों से हड़ताल समाप्त करने की अपील की है, तो वहीं दूसरी तरफ मच्छर रोधी दवाओं के छिड़काव को में एमसीडी अधिकारियों को तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. इस कवायद में एमसीडी की तरफ से उन सभी जगहों ओर दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है, जहां मच्छरों के पैदा होने की संभावना है. इस योजना में मुश्किलें यमुना के तटीय इलाकों में आ रही हैं, जहां पानी ज्यादा होने के कारण दवाओं का छिड़काव कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है.


ऐसे इलाकों में एमसीडी ने ड्रोन की सहायता से वहां पर दवाओं का छिड़काव करावने का निर्णय लिया है. इसकी सहायता से झील, तालाब और निर्माण स्थल के आसपास मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. इसके पहले कोरोना काल मे ड्रोन की सहायता से सैनीटाईजेशन का काम किया गया था. ट्रायल में उस्मानपुर इलाके में ड्रोन से दवाओं का छिड़काव किया गया था, जिसके सफल होने के बाद अब बाकी जगहों पर भी ड्रोन की सहायता से मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. ड्रोन से एक बार में 30 लीटर दवा का छिड़काव किया जा रहा है. हालांकि, इससे रिहायशी इलाकों में छिड़काव नहीं किया जाएगा.


डीबीसी कर्मचारियों को दिया ये भरोसा


एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय ने हड़ताल कर रहे डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स से अपील करते हुए कहा कि यह मुश्किल समय है. ऐसे में वे हड़ताल न करें. दिल्ली सरकार और निगम, कर्मचारियों के हित में काम कर रही है. डीबीसी कर्मचारियों का मुद्दा बहुत पुराना है, जिसके समाधान के लिए हम लगे हुए हैं. हालांकि, डीबीसी कर्मचारी, दूसरे दिन भी मुख्यालय के बाहर हड़ताल पर डटे रहे. उनका कहना है कि जब तक लिखित में उनकी मांगों को नहीं माना जाता है, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी.


सरकार मांगें मान ले तो तुरंत खत्म हो जाएगा हड़ताल


वहीं, डीबीसी की हड़ताल को लेकर नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि इन कर्मचारियों के पदनाम को ठीक करने के लिए 2019 में बीजेपी शासित निगम ने प्रस्ताव दिल्ली सरकार को भेजा था, लेकिन सरकार ने अब तक उसे मंजूरी नहीं दी. अगर दिल्ली सरकार मंजूरी दे दे तो डीबीसी कर्मचारी चंट मिनटों में नियमित हो सकते हैं और उनकी समस्या का समाधान हो सकता है.


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