Delhi News: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने बुधवार को सिंगल यूज प्लास्टिक को खत्म करने के उद्देश्य से अपने 100 दिनों के प्लास्टिक अभियान के दूसरे संस्करण की शुरुआत की. इस अभियान में छात्रों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एमसीडी ने स्टूडेंट्स वर्सेस प्लास्टिक टूल किट जारी की है. इस किट का मकसद छात्रों और नागरिकों के बीच सिंगल यूज प्लास्टिक के मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.
दिल्ली के सभी शैक्षणिक संस्थानों से उनके छात्रों द्वारा इस टूल किट का कुशलतम उपयोग के लिए संपर्क किया जा रहा है. इसके लिए शैक्षणिक संस्थान के पंजीकरण की प्रक्रिया 5 फरवरी 2024 को शुरू हुई थी. पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 फरवरी 2024 है. एमसीडी ने सिंगल यूज वाले प्लास्टिक को खत्म करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए शैक्षणिक संस्थानों से अंतिम तिथि तक स्टूडेंट्स वर्सेस प्लास्टिक टूल किट में खुद को पंजीकृत करने की अपील की है. शैक्षणिक संस्थान https://bit.ly/SVP2024 लिंक का उपयोग करके या क्यूआर कोड स्कैन कर अपना पंजीकरण करा सकते हैं. अब तक 1548 शिक्षण संस्थानों ने इस पहल के तहत अपना पंजीकरण कराया है.
प्लास्टिक के खिलाफ लोगों को जागरूक करेंगे छात्र
एमसीडी के मुताबिक वर्तमान स्थिति में बदलाव लाने और सिंगल यूज में आने वाले प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने में छात्र अहम भूमिका निभा सकते हैं. स्टूडेंट्स वर्सेस प्लास्टिक टूल किट शिक्षण संस्थानों के लिए अपशिष्ट प्रबंधन और प्लास्टिक के उपयोग में कमी में सक्रिय रूप से योगदान करने के लिए एक व्यापक मार्गदर्शिका है. इस टूल किट के माध्यम से प्रत्येक भाग लेने वाले छात्र को 5 घरों को गोद लेना होगा और सिंगल यूज प्लास्टिक के नुकसान और विकल्पों के बारे में जागरूकता बढ़ानी होगी.
इन संस्थानों को किया जाएगा सम्मानित
शैक्षणिक संस्थानों को अंतिम प्रस्तुतिकरण से पहले न्यूनतम 5 गतिविधियांआयोजित करनी होंगी. इसमें रील बनाना, बैग पेंटिंग, वाद-विवाद, प्रतियोगिताएं, रैलियां, नुक्कड़ नाटक आदि जैसी गतिविधियां शामिल हो सकती हैं. प्रक्रिया का आकलन करने के लिए एक निरीक्षण दल किसी भी दिन संस्थान का दौरा कर सकता है. भाग लेने वाले शैक्षणिक संस्थानों को मूल्यांकन के लिए 15 मई 2024 तक अंतिम रिपोर्ट studentvsplatics@gmail.com पर सबमिट करनी होगी. सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले शैक्षणिक संस्थानों को चार श्रेणियों, प्राथमिक, माध्यमिक, वरिष्ठ माध्यमिक और वोकेशनल एवं अन्य सभी कॉलेज स्तर में सम्मानित किया जाएगा. जो छात्रों की भागीदारी की संख्या, ग्रॉस प्लास्टिक कलेक्शन, प्रति बच्चा प्लास्टिक कलेक्शन और नवीन विचारों पर आधारित होगा.