MCD Action on Mukherjee Nagar PG : मुखर्जी नगर में पीजी हॉस्टल में आग की घटना में बाद, दिल्ली नगर निगम एक्शन मोड में नजर आ रहा है. एमसीडी ने रेसिडेंशियल इलाकों में पीजी (पेइंग गेस्ट) हॉस्टल चलाने वालों पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. एमसीडी ने ऐसे 60 से ज्यादा पीजी हॉस्टल की पहचान की है, जिन्हें शनिवार (30 सितंबर) से नोटिस भेजा जाना शुरू किया गया है. एमसीडी ने पीजी हॉस्टल संचालकों को नोटिस भेजने से पहले एक सर्वे किया था, जिसमें 60 से ज्यादा ऐसे पीजी हॉस्टल को चिन्हित किया गया है, जो नियमों को ताक पर रख कर चलाये जा रहे हैं. उन पीजी हॉस्टल की फोटोग्राफी भी कराई गई है.
एमसीडी के एक अधिकारी के मुताबिक, शनिवार (30 सितंबर) से उन्हें नोटिस भेजने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है और शायद, सोमवार और मंगलवार से उन्हें सील करने की कार्रवाई भी शुरू हो जाएगी. वहीं पीजी हॉस्टल संचालकों ने एमसीडी की कार्रवाई से बचने और अधिकारियों को चकमा देने की नीयत से पीजी में रहने वाले छात्र-छात्राओं को दूसरी जगह शिफ्ट करना शुरू कर दिया है. कुछ संचालक पीजी में रहने वाले छात्र-छात्राओं को मुखर्जी नगर से बाहर तो कुछ अपने जानकार के पीजी में शिफ्ट कर एमसीडी की कार्रवाई से बचने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं कुछ जबरन अपने पीजी को खाली करवा रहे हैं.
पीजी हॉस्टल संचालक छात्र-छात्राओं को कर रहे शिफ्ट
पीजी में रहने वाली एक छात्रा ने बताया कि वे कोचिंग क्लास को मिस नहीं करना चाहती हैं, इसलिए कहीं और जाना नहीं चाहती हैं. हालांकि उन पर यहां से शिफ्ट होने का दबाव बनाया जा रहा है. वहीं पीजी से शिफ्ट हो रही कुछ लड़कियों का कहना है कि वो पहले ही यहां से शिफ्ट होने का प्लान बना चुकी थीं, और अब शिफ्ट हो रही हैं. हालांकि, वास्तविकता यह है कि पीजी से छात्राओं को कुछ समय के लिए कहीं और शिफ्ट होने के लिए कहा गया है या फिर उनसे पीजी ही खाली करवाया जा रहा है.
कोचिंग सेंटर को भी कारण बताओ नोटिस जारी
इस बारे में कोई भी लड़की खुल कर इसलिए नहीं बोल पा रही है, कि कहीं उन्हें बाद में पीजी मिलने में दिक्कत न हो जाए. हालांकि, निगम के अधिकारी इस बात से अंजान नहीं हैं और उन्हें भी इसकी भनक लग चुकी है, जिसकी पड़ताल वो भीकर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ मुखर्जी नगर में 25 कोचिंग संचालकों को भी एमसीडी ने कारण बताओ नोटिस भेजा है. निगम के अधिकारी ने बताया कि पहले, दूसरे और तीसरे फ्लोर पर चल रहे कोचिंग संचालकों से जवाब और सरकारी अनुमति से सम्बंधित जरूरी दस्तावेज मांगे गए हैं. जिन्हें प्रस्तुत न किये जाने पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.