Delhi MCD News: दिल्ली में बीते दिनों मानसून की पहली बारिश के बाद हुए जलभराव जैसी स्थिति को रोकने के लिए एमसीडी ने अपनी कवायद शुरू कर दी है. ताकि मानसून के दौरान लोगों को वाटरलॉगिंग और सीवर ओवर फ्लो जैसी समस्याओं से निजात दिलाना संभव हो सके. इसके लिए एमसीडी ने अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाकों में नालों से गाद निकालने और सफाई कार्य शुरू कर दिया है, ताकि बारिश के समय सीवर ओवरफ्लो न हो पाए.


दिल्ली नगर निगम ने डीसिल्टिंग कार्य को समयबद्ध रूप से पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर बनाई गई कार्य योजना के तहत कार्य करते हुए उपयुक्त मैनपावर और मशीनरी जिसमें सुपर सकर मशीनें, सक्शन कम जेटिंग मशीनें, सक्शन मशीनें, जेटिंग मशीनें, पोक लेन, और ट्रक शामिल हैं कि सहायता से अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले नालों की सफाई के लिए निर्धारित लक्ष्य का औसतन 100 प्रतिशत से अधिक हासिल किया है. इसमें 4 फीट और उससे अधिक गहरे 713 नालों की सफलतापूर्वक सफाई की गई है. 


दरअसल, एमसीडी नालों की लंबाई 466 किलोमीटर है. इसके डिसिल्टिंग कार्य के तहत 80,690.4 मीट्रिक टन गाद हटाई गई है, जिसे निरंतर निगरानी के साथ लैंडफिल साइटों पर भेजा जा रहा है.


एमसीडी ने की इन नालों की भी सफाई


इसके अतिरिक्त, उन 14 नालों में से 12 की सफाई पूरी कर ली जो वर्तमान में हैं तो सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण (I&FC) विभाग के अधीन, लेकिन वे एमसीडी हैंडओवर होने हैं. इनमें स्वीपर कॉलोनी नाला, मैगजीन नाला, सिविल मिलिट्री नाला, मोअट नाला (विजय घाट), आईएसबीटी नाला (कुदसिया बाग-मोरी गेट नाला), कैलाश नगर नाला (यमुना के पूर्वी तट पर), शास्त्री पार्क नाला (यमुना के पूर्वी तट पर) और पहले चरण की डिसिल्टिंग वाले, नाला नंबर 14, तेखंड नाला, सेन नर्सिंग होम नाला (नाला नंबर 12), दिल्ली गेट नाला-पावर हाउस नाला, अबुल फजल नाला शामिल हैं.


एमसीडी अधिकारियों के अनुसार जलभराव की समस्याओं का समाधान करने के लिए, 72 स्थायी पंपिंग स्टेशन पूरी तरह से कार्यशील हैं. 465 मोबाइल और सबमर्सिबल पंप विभिन्न क्षमताओं के उपलब्ध कराए गए हैं. इसके अतिरिक्त, निगम ने सभी क्षेत्रों में संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पोर्टेबल पंप तैनात किए हैं. सभी उपायुक्त, क्षेत्रीय प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारियों हाई अलर्ट पर हैं. जमीनी स्तर पर डिसिल्टिंग कार्य और जलभराव की समस्याओं की सक्रिय निगरानी का काम भी जारी है. ताकि जरूरत पड़ने पर स्टाफ और संसाधनों की त्वरित तैनाती की जा सके.


एमसीडी जोन वाइज कंट्रोल रूम नंबर 


एमसीडी ने जलभराव से बचने के लिए सभी 12 जोन में बनाए गए कंट्रोल रूम के नंबर भी जारी किए हैं. दिल्ली के लोग जलभराव, पेड़ों के गिरने और इमारतों को हुए नुकसान से संबंधित शिकायतें घोषित नंबरों पर दर्ज करा सकते हैं. इसके अलावा, MCD 311 ऐप पर भी शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं. निगम ने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को सतर्क रहने और इन शिकायतों का त्वरित समाधान करने का निर्देश दिया है. ताकि असुविधा को कम करना संभव हो सके. 



  • मुख्यालय केंद्रीय नियंत्रण कक्ष नंबर 155305  

  • पश्चिमी जोन 011-25191014, 011-251910162 

  • रोहिणी जोन 011-27042700, 011-27050132, 011-27050133  

  • सिटी एसपी जोन 011-23913773, 011-23913775  

  • सेंट्रल जोन 011-29812700

  • शाहदरा दक्षिणी जोन 011-66667391, 011-66667392, 011-66667393, 011-66667394

  • शाहदरा उत्तरी जोन 011-22822700, 011-22831947  

  • नरेला जोन 011-27283261, 011-27283285, 011-27283783, 9953994518  

  • केशव पुरम जोन 011-27183146, 011-27183147  

  • दक्षिणी जोन 011-26517191, 011-26522700  

  • करोल बाग जोन 011-25812700, 011-25814341  

  • सिविल लाइन जोन 011-23942700, 011-23923392, 011-23923394  

  • नजफगढ़ जोन 011-28011235, 011-28018818, 011-28013283  


दिल्ली के LG पर जैस्मिन शाह का हमला, पेड़ों की कटाई को लेकर वन विभाग के अफसरों से पूछा- 'क्या BJP...'