Delhi News: सर्दियों की शुरुआत के साथ ही कई बीमारियों का खतरा भी पैदा हो रहा है. इसके मद्देनजर दिल्ली नगर निगम अलर्ट मोड पर है. डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों से निपटने के लिए, एमसीडी मेयर शेली ओबेरॉय ने जलभराव वाले इलाकों में मच्छर रोधी दवा का छिड़काव करने के लिए ड्रोन तकनीक की शुरुआत की थी. इसके बाद बुधवार (23 अक्टूबर) भी दिल्ली के नरेला स्थित कई इलाकों में ड्रोन की मदद से दवाई का छिड़काव किया गया जिससे बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सके.


नरेला जोन में रानीखेड़ा ऐसी पहली जगह बनी जहां मच्छर जनित बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया को रोकने के लिए कीटनाशक का छिड़काव खासतौर पर दिल्ली में पहली बार ड्रोन की मदद से किया गया.


रिसोर्स की होती है बचत
ड्रोन अभियान उन चिन्हित क्षेत्रों में किया जा रहा है जहां एमसीडी कर्मचारियों के लिए गंभीर जलभराव या दूसरी किसी परेशानी के कारण पहुंचना मुश्किल है, ड्रोन तकनीक की मदद से ज्यादा जगहों पर छिड़काव किया जा सकता है जिसमें मैन पावर और रिसोर्स की बचत होती है.


यह पहल इस साल रिकॉर्ड तोड़ बारिश के जवाब में की गई है, जिसके कारण पूरी दिल्ली में  जलभराव हो गया था और मच्छरों से पैदा होने वाली बीमारियों का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ गया है. दिल्ली में ऐसी कई जगह हैं जहां पानी का सही निकास नहीं बना हुआ है और लंबे समय से जलभराव के कारण यहां बीमारियां पनपने का डर बना रहता है. 


4-5 दिन जारी रहेगा छिड़काव
लिहाजा ड्रोन की मदद से ऐसी चुनौतीपूर्ण जगहों पर अब कीटनाशक ड्रोन की मदद से पहुंच रहा है जो समय रहते बीमारियों को मिटा सकता है. एमसीडी की मेयर शैली ओबेरॉय ने ड्रोन अभियान को लेकर कहा कि अगले 4-5 दिनों में रानीखेड़ा में ड्रोन से छिड़काव जारी रहेगा, जो अनुमानित 15 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करेगा.


'हर महीने सफाई कर्मचारियों को मिल रहा वेतन'
ड्रोन अभियान की मदद से चल रहे छिड़काव के कारण सफाई कर्मचारियों का समय और ऊर्जा बच रही है साथ ही मेयर ने मीडिया को जानकारी देते हुए यह भी बताया कि अब हर महीने  के पहले सप्ताह में सफाई कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है साथ ही 10,000 से ज्यादा सफाई कर्मचारियों को स्थाई किया गया है.


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