MCD Standing Committee Election Public Reaction: एमसीडी के स्थाई समिति सदस्यों के चुनाव में शुक्रवार को हिंसक रूप ले लिया. एमसीडी के सदन में आम आदमी पार्टी (AAP) और बीजेपी (BJP) के पार्षद आपस में भिड़ गए. इस दौरान जमकर लात और घूंसे चले. इसके साथ ही लोकतांत्रिक मर्यादा को भी इन निर्वाचित पार्षदों ने तार-तार किया. इस नजारे को देखने के बाद दिल्ली (Delhi) की जनता में भारी गुस्सा और नाराजगी देखी जा रही है.
दरअसल, स्थाई समिति के कुल 6 सदस्यों के चुनाव के लिए बीजेपी और आप ने कुल 7 उम्मीदवार उतारे हैं. इन्हीं के चुनाव के दौरान एक दूसरे पर धांधली का आरोप लगाते हुए ये नेता आपस में भिड़ गए. सदन का माहौल शुक्रवार को इतना खराब हो गया कि चुने हुए प्रतिनिधि सदन में ही मारपीट पर अमादा हो गए. एबीपी लाइव जब इस मामले को लेकर दिल्ली की आम जनता के पास पहुंची, तो लोगों में गुस्सा और निराशा देखने को मिली.
'ऐसी अनुशासनहीनता नहीं देखी'
दिल्ली एमसीडी में वोटर रहे मयूर विहार फेज 1 के पंकज सिंह से जब एबीपी लाइव ने इस मामले को लेकर बात की तो उन्होंने कहा कि बीते हफ्तों से लगातार दिल्ली के यह निर्वाचित पार्षद लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं. हम इन से दिल्ली को सुधारने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन इससे ज्यादा अनुशासनहीनता आज तक हमने किसी भी मर्यादित सदन में नहीं देखी. पूरी दुनिया में भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और निर्वाचन प्रक्रिया को एक उदाहरण के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन चुने हुए यह उम्मीदवार भारतीय संवैधानिक व्यवस्था को कलंकित करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसमें दोनों दलों के नेता शामिल हैं. एक दूसरे पर आरोप मढ़कर ये बचना चाहते हैं, लेकिन पूरा देश देख रहा है कि इन्हें केवल सत्ता हासिल करने की पड़ी है.
'ये दिल्ली की जनता का अपमान है'
वहीं, इस मामले को लेकर एमसीडी के एक और वोटर अनुज शर्मा से जब एबीपी लाइव ने बात की तो उन्होंने कहा कि जब दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए वोटिंग प्रक्रिया शुरू हुई थी, तो कम वोटिंग प्रतिशत पर सवाल खड़ा किया गया था. वहीं, दूसरी तरफ बहुत से लोगों ने दिल्ली के बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से नगर निगम चुनाव में वोट किया था, लेकिन जिस तरह से बीते महीनों से मेयर, डिप्टी मेयर और अब स्थाई समिति के चुनाव के लिए ये निर्वाचित पार्षद मारपीट पर उतारू हो चुके हैं. यह दिल्ली की जनता के जनादेश का पूरी तरह अपमान है. हमने कभी सोचा भी नहीं था कि ये चुने हुए हमारे पार्षद सदन में ऐसे आपस में भिड़ेंगे.