Delhi News: दिल्ली नगर निगम (MCD) ने डेंगू, मलेरिया और वेक्टर जनित बीमारियों के खिलाफ युद्धस्तर पर अभियान शुरू किया है. 12 जोनों में निर्माण स्थलों पर विशेष अभियान चलाकर मच्छरों के प्रजनन को नष्ट किया गया. विशेष अभियान के दौरान 282 निर्माण स्थलों की जांच की गयी. जन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 76 निर्माण स्थलों पर मच्छरों के प्रजनन का पता लगाकर नष्ट कर दिया. उल्लंघन करने वालों पर 8700 रुपये का जुर्माना लगाया गया. अभियान के दौरान 61 कानूनी नोटिस और 26 अभियोजन जारी किए गए.
टीआईजी कंपनी कोटला मुबारकपुर, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, बीएम वेस्ट ब्लॉक शालीमार बाग बी, वेंकटेश्वर अस्पताल रोहिणी-ए, एसजीएम अस्पताल मंगोलपुरी-ए, गुरु गोविंद सिंह अस्पताल रघुबीर नगर, सीपीडब्ल्यूडी एमपी जैसे उल्लंघनकर्ता के खिलाफ कानूनी कदम उठाए गए.
अधिकारी ने बताया कि एमसीडी के डीबीसी कर्मियों ने 01 जनवरी से 11 मई 2024 तक कुल 1 करोड़ 21 लाख 54 हजार 192 घरों का दौरा किया है. 1 लाख 77 हजार 223 घरों में कीटनाशकों का छिड़काव किया गया और मच्छरजनित स्थिति के लिए 22 हजार 576 कानूनी नोटिस जारी किए गए.
एमसीडी ने शुरू किया विशेष अभियान
उन्होंने बताया कि मच्छरों के प्रजनन का जिम्मेदार पाये जाने पर जुर्माना लगाया गया. जुर्माने में 4 लाख 68 हजार 705 रुपये की राशि वसूली गयी. एमसीडी अधिकारी ने बताया कि डेंगू-बुखार एडीज मच्छर के कारण होता है. एडीज का मच्छर रुके हुए पानी जैसे ड्रम, कूलर, टायर, कबाड़, खुले बर्तन में पनपता है.
मच्छरों के प्रजनन को रोकना डेंगू से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है. बारिश, नमी और तापमान जैसी अनुकूल परिस्थितियां मच्छरों के प्रजनन में सहायक होती हैं. अधिकारी ने बताया कि एमसीडी मच्छरों के प्रजनन को काबू में करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चला रही है. एमसीडी ने अपील की है कि घरों के आसपास पानी जमा न होने दें. पानी के कंटेनरों को ढककर रखें. आसपास साफ-सफाई रखें. घर के परिसर में कूड़ा-करकट न रखें. मच्छरजनित बीमारियों पर जीत हासिल करने का बचाव ही उपाय है.