दिल्ली नगर निगम (MCD) के वार्ड और स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव 4 सितंबर को सुबह 10:00 बजे से शुरू होना था. लेकिन अब तक मेयर की तरफ से पीठासीन अधिकारी नियुक्त नहीं किया गया. एमसीडी की मेयर शेली ओबेरॉय ने पीठासीन ऑफिसर नियुक्त करने से किया इंकार करते हुए कहा कि उनकी अंतरात्मा अलोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने की इजाजत नहीं देती.


नामांकन दाखिल करने के लिए सिर्फ एक दिन कैसै- मेयर


मेयर ने कहा कि केवल एक दिन की नोटिस देने के चलते नामांकन दाखिल करने में असमर्थ पार्षदों से कई ज्ञापन प्राप्त हुए हैं. लोकतांत्रिक प्रक्रिया की निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए नामांकन के लिए पर्याप्त समय दिया जाना आवश्यक है. उन्होंने कहा, "मेरे निर्देश देने के बाद भी नगर निगम सचिव को चुनाव की अधिसूचना देने में पांच दिन लग गए, ऐसे में नामांकन दाखिल करने के लिए सिर्फ एक दिन कैसे दिया जा सकता है?"


दोबारा चुनाव प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश


इसके साथ ही उन्होंन कहा कि एमसीडी के इतिहास में नामांकन दाखिल करने के लिए इतना कम समय पहले कभी नहीं दिया गया. उन्होंने आयुक्त को नामांकन दाखिल करने के लिए कम से कम एक सप्ताह का नोटिस देकर चुनाव प्रक्रिया को दोबारा शुरू करने का निर्देश दिया. चुनाव नहीं होने पर कल सुबह 10 बजे से सिविक सेन्टर में बीजेपी के पार्षद हंगामा कर सकते हैं.


12 वार्ड समितियों का होना था चुनाव


बुधवार को एमसीडी के 12 वार्ड कमेटी का चुनाव होना था. एमसीडी के 12 जोन में से आम आदमी पार्टी पांच तो बीजेपी सात जोन में बहुमत में है. आप ने 11 जोन में प्रत्याशियों की घोषणा की थी. मैदान में कुल 60 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे. कड़ी सुरक्षा के बीच सिविक सेंटर में बुधवार सुबह 10 बजे से वोटिंग होनी थी.


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