Monkeypox: देश में मंकीपॉक्स वायरस से एक मरीज की मौत, जानें- क्या है लक्षण और बचाव के तरीके
Monkeypox: मंकीपॉक्स खतरे को लेकर एक्सपर्ट चिंता जता रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि दुनिया भर में इस वक्त मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ रहा है. अपने देश में भी इसके मामले सामने आए हैं.
1. डॉक्टर ने बताया कि मंकीपॉक्स वायरस से बचाव के लिए कई आसान उपाय हैं जो आप करते रहेंगे तो इससे बचे रह सकते हैं. इस बीमारी के बाद शरीर पर हल्के और गहरे दाने देखने को मिलते हैं. ऐसे में इनफेक्टेड मरीजों से दूरी बनाएं. स्किन टू स्किन टच होने पर यह संक्रमण हो सकता है. जैसे- गले मिलना, यौन संबंध बनाना, हाथ मिलाना या फिर किसी भी तरीके से स्किन टू स्किन संक्रमित व्यक्ति को छूना.
2. संक्रमित व्यक्ति को खाना खाने के लिए अलग बर्तन और उसे एक अलग रूम में रखें. उनके कपड़ों और बर्तनों का इस्तेमाल ना करें. इसके साथ ही आप तो पिछले 3 साल से कोरोनावायरस से बचाव के लिए जो जरूरी उपाय कर रहे हैं. वह उपाय भी अपना सकते हैं, जिसमें कि आप बार-बार अपने हाथों को साबुन से धोएं, सेनिजाइजर का इस्तेमाल करें. सोशल डिस्टेंस का पालन करें, गले न मिले और साफ-सफाई का खास ध्यान रखें, दूसरों के कपड़े और बिस्तर का इस्तेमाल भी ना करें.
3. डॉक्टर रोहन ने बताया कि कोरोनावायरस जो कि इनफ्लुएंजा वायरस है, नाक, आंख और मुंह से हमारे शरीर में प्रवेश करता है. संक्रमित व्यक्ति की ओर से जिस हवा में सांस ली जा रही है या वह उस हवा में छींकता है तो उस हवा में भी सांस लेने से कोरोना संक्रमण हो सकता है, लेकिन मंकीपॉक्स संक्रमण जो संक्रमित व्यक्ति को छूने से फैल सकता है. इसके साथ ही उन लोगों में इस का खतरा ज्यादा है, जिनकी इम्युनिटी कम है. मौजूदा समय में बारिश का मौसम है. यह ऐसा मौसम है, जब आम तौर पर हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. बीमारियां तेजी से फैलती हैं, इसीलिए मौजूदा दिनों में किसी भी बीमारी से बचाव और सावधानी बेहद आवश्यक है.
4. उन्होंने बताया कि खास तौर पर वह लोग जो किसी न किसी बीमारी से पहले से पीड़ित हैं. बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं इन्हें मंकीपॉक्स वायरस से खास ध्यान रखने की आवश्यकता है. आप यदि बाहर जा रहे हैं तो मास्क का इस्तेमाल करें, लोगों को न छूए, हाथ ना मिलाएं, गले न मिले. हाथों को सैनिटाइज करते रहें. सोशल डिस्टेंस का पालन करें. क्योंकि आप बाहर जाते हैं तो यदि कोई संक्रमित व्यक्ति किसी जगह बैठता है और यदि वहां पर आप बैठते हैं तो संक्रमण का खतरा आपको हो सकता है.
फिलहाल मंकीपॉक्स वायरस के लिए वैक्सीन नहीं आई है. लेकिन दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में इसका इलाज किया जा रहा है. राजधानी में एलएनजेपी अस्पताल को मंकीपॉक्स का नोडल सेंटर बनाया गया है. जहां पर इस वक्त एक मरीज भर्ती है, जिसका इलाज चल रहा है. हालांकि, पहले से मरीज की हालत में सुधार है. लेकिन इसी के साथ देश में एक मरीज की इस संक्रमण के चलते मौत हो गई है.
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