Delhi News: लंबे समय से प्रमोशन और नए पदों के सृजन की मांग को लेकर दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की 8000 से ज्यादा नर्सों ने सरकार को इस बार उनकी मांगें न मानने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. ये हड़ताल आने वाले 2 नंवबर को प्रस्तावित है. नर्सों की लंबे समय से पदोन्नति और नए पदों के सृजन करने की मांग है. ये हड़ताल सुबह के 9 बजे से 11 बजे तक होगी जो तीन दिनों तक चलेगी. दिल्ली नर्स महासंघ की सदस्य नर्सों का भी कहना है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो बाद में वो भी हड़ताल पर चली जाएंगी.
दिल्ली नर्स महासंघ ने दिल्ली सरकार को लिखा पत्र
दिल्ली सरकार को दिल्ली नर्स महासंघ की ओर से मंगलवार को एक पत्र भी लिखा गया था, जिसमें दो घंटे हड़ताल की बात कही गई है. ये हड़ताल सुबह 9 से 11 बजे की बीच की जाएगी. इस समय ओपीडी पेशेंट सबसे ज्यादा होते हैं. 19 सिंतबर को दिल्ली नर्स महासंघ की उपाध्यक्ष ने सरकार के स्वास्थ्य एंव परिवार के प्रिंसीपल सेक्रेटरी को लिखे पत्र में कहा है कि दिल्ली नर्स महासंघ के सदस्य 18 अक्टूबर को समता स्थल से दिल्ली सचिवालय तक एक विरोध मार्च निकाल कर अपनी मांग रखेंगे. सरकार द्वारा अगर इस बार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम बिना कोई नोटिस दिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. दिल्ली नर्स महासंघ के सेक्रेटरी जनरल लिलाधर रामचंदानी ने कहा, हमने सरकार से कई बार अपनी बात कही लेकिन हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया.
नर्स बोलीं- हमारे काम की कोई इज्जत नहीं
उन्होंने आगे कहा यहां पर कई नर्सें साल भर के भीतर बिना किसी पदोन्नति के रिटायर हो जाती हैं. अस्पताल में काम करने वाली एक नर्स ने कहा, हम अपनी जिंदगी खतरे में डालकर लोगों की जिंदगी बचाते हैं लेकिन हमारे काम की कोई इज्जत नहीं है. हमारी मांग है कि दिल्ली के लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होना चाहिए.
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