Delhi News: दूध विक्रेता मदर डेयरी (Mother Dairy) ने दिल्ली-एनसीआर में अपने दूध (Milk) के दाम दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाने की घोषणा की है. नई कीमतें आज मंगलवार से लागू हो गयीं. यह इस साल पांचवीं बार है जब मदर डेयरी ने दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र दूध के दाम बढ़ाएं हैं.
अब कितने हुए दूध के दाम
मदर डेयरी दिल्ली एवं आसपास के इलाकों में रोजाना 30 लाख लीटर से अधिक दूध की बिक्री करती है. मदर डेयरी ने कहा कि फुल क्रीम दूध का दाम पहले 64 रुपये था अब 66 रुपये प्रति लीटर हो गया है, जबकि टोंड दूध की कीमत पहले 51 थी जो अब 53 रुपये प्रति लीटर होगी.
लोगों में दिखी नाराजगी
वहीं, दूध की बढ़ी हुई कीमतों पर लोगों का कहना है कि जिस हिसाब से साल के आखिर में फिर से दूध के दाम बढ़ाये गए हैं, उससे वो नाखुश हैं. उनका कहना है कि सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए. इस तरह से लगातार रोजमर्रा की खपत होने वाली जरूरतों की चीजों की कीमतें बढ़ने से इसका सीधा असर आम लोगों के पॉकेट और उनके घर के बजट पर भारी पड़ता है.
माध्यम वर्गीय परिवार का बिगड़ा बजट
लोगों ने बताया कि ना तो लोगों की कमाई बढ़ रही है और ना ही जॉब करने वालों की सैलरी बढ़ती है, लेकिन महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. हर चीज की कीमत पहले से ही बढ़ी हुई है, उस पर दूध की कीमत बढ़ने से लोगों को एक बार फिर से अपने बजट को बनाना पड़ेगा. मध्यम वर्गीय परिवार को हर खर्च सोच कर करना पड़ता है और हर खर्चों के लिए एक सीमित रकम वो खर्च करते हैं. अब ऐसे में अगर दूध जैसी आवश्यक और रोज खपत होने वाली चीज की कीमत बढ़ती है तो लोगों को मजबूरन अन्य चीजों के खर्चों में कमी करनी पड़ेगी तभी वो अपनी बाकी जरूरतें पूरी कर सकेंगे.
लोगों में दूध की बढ़ी कीमत को लेकर खासी नाराजगी नजर आ रही है. उनका कहना है कि पहले पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों का हवाला देकर दूध की कीमतों को बढ़ाया गया, लेकिन अभी तो पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी नहीं बढ़ी हैं, फिर क्यों दूध महंगा कर दिया गया. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से लोगों की कमाई पहले ही कम हो गयी है ऊपर से आवश्यक चीजों की कीमतें बढ़ने से आम आदमी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
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