Pravesh Verma On Children Day: पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने मांग की है कि बाल दिवस 14 नवंबर के बजाय 26 दिसंबर को मनाया जाना चाहिए. इस दिन गुरु गोविंद सिंह के चार बेटे शहीद हुए थे. बता दें कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सब इसलिए किया गया ताकि एक परिवार के नाम पर ज्यादा से ज्यादा समय तक राजनीति की जा सके.
पीएम कार्यालय से बात करेंगे सांसद वर्मा
वर्मा ने ट्वीट कर कहा कि बाल दिवस के असली हकदार गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादे हैं, जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए कम उम्र में अपने प्राणों की आहुति दे दी. साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि. साथ ही उन्होंने कहा कि मैनें इन मुद्दों को पहले भी उठाया है, और इसे लेकर वे फिर प्रधानमंत्री कार्यालय से बात करेंगे. ज्ञात हो कि इस बयान को आगामी 2022 के विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों से हम सभी प्यार करते हैं, लेकिन हम जानते हैं कि यह सब इसलिए किया गया ताकि एक परिवार के नाम पर ज्यादा से ज्यादा समय तक राजनीति की जा सके.
मनोज तिवारी भी कर चुके हैं ऐसी मांग
जानकारी के मुताबिक गुरु गोबिंद सिंह के चार बेटे साहिबजादा अजीत सिंह (18), साहिबजादा जुझार सिंह (14), साहिबजादा जोरावर सिंह (9) और साहिबजादा फतेह सिंह (7) औरंगजेब के शासनकाल के दौरान शहीद हो गए थे. वहीं प्रवेश वर्मा ने 2018 में भी इसी तरह की मांग की थी, तब उन्होंने कहा था कि 14 नवंबर को बाल दिवस के बजाय 'अंकल डे' या 'चाचा दिवस' के रूप में माना जा सकता है, क्योंकि जवाहरलाल नेहरू को चाचा नेहरू के नाम से जाना जाता था. सांसद ने कहा कि मुझे गुरु गोबिंद सिंह के चार बच्चों, 'चार साहिबजादे' से बेहतर कोई नहीं मिला, जिन्होंने खुद को शहीद कर दिया, तो हम उनके शहादत दिवस को बाल दिवस के रूप में क्यों नहीं मनाते. बताते चलें कि 2019 में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी ऐसी ही मांग की थी.
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