Mrinank Singh Cricketer: पूर्व क्रिकेटर ने खुद को IPS अधिकारी बता ऋषभ पंत को ठगा, कई लक्जरी होटलों को भी लगाया था चूना
Mrinank Singh News: दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले मृणांक सिंह को गिरफ्तार किया है. अंडर-19 क्रिकेट खेल चुके मृणांक सिंह पर कई लक्जरी होटलों में ठगी करने का आरोप है.
Delhi: हरियाणा के लिए अंडर-19 क्रिकेट खेल चुके और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में मुंबई इंडियंस (MI) का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले एक युवक को ताज पैलेस होटल से कथित तौर जुलाई 2022 में 5 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. आरोपी की पहचान हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले 25 साल मृणांक सिंह के रूप में की गई और उसके धोखाधड़ी के शिकार लोगों में क्रिकेटर ऋषभ पंत के साथ-साथ देश के कई लक्जरी होटल के मालिक और प्रबंधक शामिल हैं.
मृणांक सिंह ने खुद को कर्नाटक के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के रूप में पेश करके इन्हें धोखा दिया था. उसकी गिरफ्तारी पिछले अगस्त में ताज पैलेस होटल के सुरक्षा निदेशक की चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन में एक शिकायत के बाद हुई है. इसमें आरोप लगाया गया था कि मृणांक सिंह, जिसने खुद को एक क्रिकेटर के रूप में पेश किया था, 22-29 जुलाई, 2022 तक होटल में रुका था, उसने 5,53,362 रुपये के बिल का चुकाए बिना और बिना बताए होटल छोड़ दिया. पेमेंट के बारे में पूछे जाने पर उसने कहा कि यह उसकी कंपनी एडिडास करेगी.
मृणांक सिंह ने बार-बार दी गलत जानकारी
पुलिस उपायुक्त, नई दिल्ली, रविकांत कुमार ने कहा, "होटल के बैंक स्टेटमेंट उसके साथ साझा किए गए. उसने दो लाख रुपये के ऑनलाइन लेनदेन का यूटीआर नंबर भी साझा किया. तुरंत, होटल के सिस्टम में इसकी जांच की गई और पाया गया कि उसने कोई भुगतान नहीं किया था." उन्होंने कहा कि इसके बाद भुगतान के लिए मृणांक सिंह और उसके प्रबंधक गगन सिंह से उनके मोबाइल पर संपर्क किया गया और मृणांक सिंह ने कहा कि वह बकाया राशि का भुगतान करने के लिए अपने ड्राइवर को नकदी के साथ भेजेगा, लेकिन किसी को होटल नहीं भेजा. भुगतान के लिए उससे कई बार संपर्क किया गया. लेकिन हर बार उसने झूठे वादे किए और हमेशा गलत जानकारी दी. जांच के दौरान धारा 41ए सीआरपीसी के तहत नोटिस दिया गया. नोटिस मृणांक सिंह के पते पर भेजा गया था, लेकिन वह वहां नहीं मिला.
एयरपोर्ट से हुई गिरफ्तारी
अतिरिक्त डीसीपी ने कहा, "वह पुलिस जांच से बचने के लिए सभी उपाय कर रहा था. उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ मोड में रहता था और उसके अधिकांश संचार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या इंटरनेट चैटिंग एप्लिकेशन पर होते थे. उसके परिचितों को यह भरोसा दिलाया गया था कि वह भारत में नहीं है और अब दुबई में बस गया है. इसके बाद स्थानीय अदालत की ओर से उसके खिलाफ एक गैर-जमानती वारंट जारी किया गया और देश से बाहर भागने की कोशिश करने की स्थिति में उसे पकड़ने और गिरफ्तार करने के लिए एक लुक आउट-सर्कुलर भी जारी किया गया." अतिरिक्त डीसीपी ने कहा, "सोमवार को उसे आईजीआई हवाईअड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया, क्योंकि उसकी एलओसी पहले से ही मौजूद थी, जब वह हांगकांग के लिए उड़ान भरने की कोशिश कर रहा था और उसे पुलिस को सौंप दिया गया."
आरोपी ने पुलिस को बार-बार किया गुमराह
आईजीआई हवाई अड्डे पर अपनी हिरासत के दौरान मृणांक सिंह ने खुद को कर्नाटक का एडीजीपी आलोक कुमार बताते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फोन करके आव्रजन अधिकारियों को प्रभावित करने का एक और प्रयास किया और अपने बेटे की मदद करने में सहायता मांगी, जिसे दिल्ली के आईजीआई हवाईअड्डे पर अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है. कुमार ने कहा, "पूछताछ करने पर उसने बार-बार पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, उसने दावा किया कि उसके पिता अशोक कुमार सिंह, जो 1980 से 1990 के दशक तक भारत के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं, इस समय एयर इंडिया में प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं और आईजीआई हवाईअड्डे पर तैनात हैं."
कई होटलों को लाखों का लगाया चूना
मृणांक सिंह ने यह भी खुलासा किया कि उसने खुद को एडीजीपी, कर्नाटक बताते हुए कई लक्जरी रिसॉर्ट्स/होटलों को लाखों रुपये का चूना लगाया है और कई मौकों पर आईपीएल क्रिकेटर के रूप में अपने स्टारडम का इस्तेमाल उन्हें प्रभावित करने के लिए किया और कई दिनों तक ठहरने और बकाया चुकाए बिना होटल छोड़ दिया और बाद में भुगतान करने का वादा किया. अतिरिक्त सीपी ने कहा, "उसके मोबाइल फोन के विश्लेषण से प्रथम दृष्टया पता चला कि उसकी धोखाधड़ी और प्रतिरूपण के कई शिकार हुए हैं और ठगी गई राशि कई लाख रुपये है. उसके पीड़ितों में होटल, बार, रेस्तरां, लड़कियां, कैब ड्राइवर शामिल हैं." उन्होंने कहा, "पंत के साथ 2020-21 में 1.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी भी हुई थी. मृणांक सिंह के मोबाइल फोन के शुरुआती विश्लेषण से युवा मॉडलों/लड़कियों के साथ उनकी दोस्ती का पता चला है और इसमें कई वीडियो और तस्वीरें हैं, जिनमें से कुछ बेहद आपत्तिजनक हैं. मृणांक सिंह को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया."
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