Delhi: दिल्ली के मुखर्जी नगर (Mukherjee Nagar) में बने ‘सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट’ (Signature View Apartment) के निवासियों को एमसीडी (MCD) ने बेदखली का नोटिस जारी किया है. एमसीडी ने सोसायटी को 'इंसानों के रहने के लिए अयोग्य' घोषित करते हुए सोमवार तक लोगों से इसे खाली करने के लिए कहा है. 2007-09 में मध्यम आय समूह (MIG) और उच्च आय समूह (HIG) के 336 फ्लैटों के साथ निर्मित इस अपार्टमेंट परिसर को निर्माण संबंधी कुछ मुद्दे के कारण दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने ध्वस्त करने का फैसला किया है.


18 दिसंबर को जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि सोसायटी खतरनाक और रहने लायक नहीं है और निवासियों को इसे सात दिनों में खाली कर देना चाहिए. रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने कहा कि वे सोसाइटी खाली करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि नए फ्लैटों के निर्माण तक उन्हें प्राधिकरण की ओर से किराए का भुगतान किया जाए. स्थानीय लोगों की ओर से खराब गुणवत्ता वाले निर्माण की शिकायतें करने के बाद डीडीए की ओर से नियुक्त एक संरचनात्मक सलाहकार की सलाह पर टावर को ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया.


साल 2011-12 में लोगों को किया गया था आवंटित


गौरतलब है कि मुखर्जी नगर का सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट 2007-09 में बना था. इसके बाद 2011-12 में यह लोगों को आवंटित किया गया. हालांकि, कुछ ही समय बाद सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट को असुरक्षित घोषित कर दिया गया. इसमें 336 एचआईजी और एमआईजी फ्लैट्स हैं. सिग्नेचर व्यू अपार्टमेंट के निर्माण के दो से तीन साल बाद ही यह असुरक्षित हो गई. इस पर दिल्ली के एलजी ने भी संज्ञान लेते हुए 24 जनवरी को निर्देश दिया था कि लापरवाह अधिकारियों, कॉन्ट्रैक्टरों, बिल्डरों और कंस्ट्रक्शन एजेंसी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करवाने के साथ भ्रष्टाचार की जांच भी करवाई जाए. अब एमसीडी की ओर से अपार्टमेंट को खाली करने के लिए नोटिस भेजा गया है, जिसे बाद इसे ध्वस्त  किया जाएगा.


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