Delhi News: दिल्ली के मुंडका में हुए अग्निकांड में 27 लोगों की जान चली गई, जिसमें से 8 शवों की पहचान की जा चुकी है हादसा इतना भयावह हुआ कि आग में जलकर जान गवाने वाले शवों की पहचान करना मुश्किल हो रहा है. इस इलाके में जिस 4 मंजिला इमारत में आग लगी, उसकी दूसरी मंजिल से दमकल विभाग और प्रशासन ने 27 शवों को बरामद किया, जिन्हें दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल की मोर्चरी में भेज दिया गया.


दमकल विभाग और दिल्ली पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक जिस इमारत में आग लगी उसकी दूसरी मंजिल पर काफी संख्या में कर्मचारी थे इस कारण से सभी शवों को दूसरी मंजिल से बरामद किया गया है दूसरी और तीसरी मंजिल पर कमर्शियल एक्टिविटीज ऑफिस चल रहे थे, जिसमें की सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी काम करते थे कर्मचारियों की एक मीटिंग हो जाने के कारण वह दूसरी मंजिल पर इकट्ठा थे, और दरवाजा बाहर से बंद था जिसके कारण कर्मचारी बाहर नहीं निकल पाए और इस हादसे का शिकार हो गए.


27 शव किए गए बरामद
इस हादसे में जान गंवाने वाले 27 शवों को बरामद किया गया वही 14 लोग घायल हो गए थे जिन्हें संजय गांधी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया था, संजय गांधी अस्पताल के एमएस डॉ सुरेश अरोड़ा के मुताबिक सभी 14 लोगों को ज्यादा गंभीर चोटें नहीं आई थी इस कारण से उन्हें इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. वही अभी भी इस आगजनी में 30 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं जिन्हें दिल्ली पुलिस और उनके घरवाले ढूंढ रहे हैं.


8 शवों की हुई पहचान
दिल्ली पुलिस के मुताबिक जिन 8 शवों की पहचान हुई है उसमें 5 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल हैं, जिनके नाम तानिया भूषण, मोहिनी पाल, यशोदा देवी, रंजू देवी, विशाल दृष्टि, कैलाश और अमित जयवाणी है. डॉ अरोड़ा ने बताया कि अब तक 8 शवों की पहचान हो चुकी है आगजनी की घटना में शव बुरी तरह से झुलस गए थे, ऐसे में पहचान कर पाना काफी मुश्किल हो रहा है , इसके लिए बॉडी पर नेकलेस, ब्रेसलेट या अन्य किसी ज्वेलरी के आधार पर परिजन उसकी पहचान कर रहे हैं, इसके अलावा डीएनए टेस्ट के जरिए भी शवों की पहचान की जाएगी, वही जो लोग लापता हैं,उनकों लेकर आशंका है कि वह लापता 19 शवों में भी हो सकते हैं, जिसके लिए परिजनों का डीएनए लेकर पहचान की जाएगी.


दिल्ली सरकार मृतक के परिजनों को देगी 10 लाख का मुआवजा
डॉक्टर अरोड़ा ने बताया कि इस हादसे के बाद शुक्रवार शाम 5:40 मिनट पर उनके पास पहला घायल मरीज लाया गया और रात 12:00 बजे तक 12 घायल मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसके बाद शनिवार सुबह 8:30 बजे के बाद दो और घायल मरीजों को अस्पताल लाया गया यह सभी 14 मरीज जो कि गंभीर रूप से घायल नहीं थे इनको हल्की चोटें आई थी जिसके चलते,इनका इलाज करके इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया.


वहीं हादसे को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं, साथ ही मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हज़ार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस इस मामले में 5 लोगों को फौरी तौर पर आरोपी बना चुकी है, जिसमें की इस बिल्डिंग का मालिक मनीष लाकड़ा, जिसे रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है,और उसकी मां सुशीला लाकड़ा, मनीष की पत्नी सुमित्रा लाकड़ा, जिन्हें मामले में आरोपी बनाया गया है, इस बिल्डिंग को किराए पर लेकर इसमें कमर्शियल एक्टिविटी करवाने वाले बिजनेसमैन भाई हरीश गोयल और वरुण गोयल, इन दोनों भाइयों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.


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