Delhi Najafgarh Murder Case Busted: द्वारका जिले के नजफगढ़ थाना इलाके से एक बुजुर्ग महिला की सनसनीखेज हत्या का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आपके पैरों तले की जमीन निकल जाएगी और आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे की क्या कोई सगी बेटी अपनी मां के साथ ऐसा भी कर सकती है.


मामला नजफगढ़ थाने का है जहां पुलिस ने एक 58 वर्षीय महिला सुमित्रा सोलंकी की हत्या के मामले में हत्या की मास्टरमाइंड आरोपी बेटी और उसके मंगेतर समेत कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान मोनिका (33), नवीन खत्री (29) और योगेश उर्फ योगी (26) के रूप में हुई है.


डीसीपी अंकित सिंह से मिली जानकारी के अनुसार 16 अगस्त को नजफगढ़ थाने की पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली थी जिसमें कॉलर मोनिका ने पुलिस को बताया की नजफगढ़ के मेन मार्केट स्थित एक बिल्डिंग के 4th फ्लोर पर रह रही उसकी मां सुमित्रा सोलंकी (58) घर का दरवाजा नहीं खोल रही है और दरवाजा अंदर से लॉक है.


उसने बताया कि उसकी मां इस पते पर अकेले ही रहती है. मौके पर पहुंची पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ा और जब वे सभी घर के अंदर दाखिल हुए तो पाया की सुमित्रा सोलंकी बेडरूम की फर्श पर अचेत अवस्था में पड़ी हुई हैं और उनके ललाट, आंखों और कलाइयों के पास चोट के निशान हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा था कि उनकी हत्या की गई है.


पुलिस ने टीम का गठन कर लगाया जांच में
पुलिस ने वहां पड़ोसियों और बेटी के साथ मौजूद बेटे मनोज सोलंकी की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता के तहत हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी नजफगढ़ अनिल कुमार की देखरेख और एसएचओ अजय कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर राजकुमार पाल, ओमप्रकाश बिश्नोई, एसआई सुनील, एएसआई सुभाष, हेड कांस्टेबल हवा सिंह और कविता की टीम का गठन कर जांच में है लगाया गया.


बयान में विरोधाभास से पुलिस का शक गहराया
मौका-ए-वारदात की जांच में पुलिस को पता चला की फ्लैट में अंदर और बाहर जाने का एकमात्र रास्ता इसका मुख्य दरवाजा है जो की लॉक था. जिस पर पुलिस ने मृतक के बेटे और बेटी से पूछताछ की, जिसमें मृतक की बेटी मोनिका के बयान में पुलिस को कुछ विरोधाभास नजर आया. इस पर पुलिस में उसका मोबाइल ले लिया और उसकी जांच की, जिसमें उन्हें कुछ कॉल लॉग और व्हाट्सएप चैट को डिलीट किए जाने का पता चला. पुलिस को पता चला की नवीन खत्री जो मोनिका का मंगेतर है वह फोन के माध्यम से लगातार उसके संपर्क में था. 


जिस पर पुलिस ने नवीन खत्री के लोकेशन का पता किया और उसे नरेला से दबोच लिया. हालांकि पुलिस से बचने के लिए वह लगातार अपनी लोकेशन को बदल रहा था और वह दिल्ली से भागने की फिराक में भी था, लेकिन इससे पहले कि वह अपने मंसूबे में कामयाब हो पता पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.


पूछताछ में हत्या की मास्टरमाईंड बेटी ने खोले हत्या के राज
टीम ने नवीन और मोनिका से अलग-अलग पूछताछ की तो, दोनों ने शुरुआत में पुलिस की जांच को भटकाने की कोशिश की लेकिन उनके बयानों में विरोधाभास पर जब पुलिस ने सख्ती बरती तो वे टूट गए और मोनिका ने साजिश रच कर अपने मंगेतर और उसके दोस्त योगेश उर्फ योगी की सहायता से अपनी मां की हत्या के राज का खुलासा किया. जिस पर पुलिस ने हरियाणा के सोनीपत जिला स्थित बुढ़ाना गांव में देर रात छापेमारी कर योगेश उर्फ योगी को भी दबोच लिया.


योजना को अंजाम देने चुना 15 अगस्त का दिन
नवीन ने हत्या की योजना को अंजाम देने के लिए अपने दोस्त योगेश इसमें शामिल किया था. नवीन ने इस योजना को अंजाम देने के लिए एमडीएम की नशीली गोलियां खरीदी और फिर 15 अगस्त को उन्होंने इस योजना को अंजाम देने के लिए चुना. योजना के मुताबिक योगेश प्लंबर के रूप में घर में दाखिल हुआ जबकि नवीन और मोनिका वहां पहले से मौजूद थे.


नवीन ने जूस में एमडीएम की नशीली गोलियां मिलाकर मृतक को दिया, लेकिन उसका कोई असर उन पर नहीं हुआ. जिस पर मोनिका ने अपनी मां के लिए ग्रीन टी बनाई और उसमें भी वो गोलियां मिला दी, लेकिन उसकी मां ने उसे पीने से मना कर दिया.


नशीली दवा की गोलियां जब नहीं आईं काम तो प्लान बी को दिया अंजाम
तब प्लान बी को अंजाम देने की योजना से बेडरूम के साथ अटैच बाथरूम से योगेश ने मृतक को बुलाया. जैसे ही मृतका बाथरूम के अंदर गई, नवीन ने पीछे से उसे पकड़ लिया और उसका गला दबाने की कोशिश लेकिन वह उसमें नाकामयाब रहा. इस पर मोनिका ने कपड़े से उसके मुंह को बंद कर दिया और उसके हाथ और पैरों को बांध दिया.


वहीं नवीन ने उसके चेहरे और आंखों पर मुक्के मारे. इसके बाद वह सभी घर के दरवाजे को बंद कर वहां से फरार हो गए. बाद में सभी आरोपी देर रात तकरीबन 2:18 पर वापस फ्लैट पर पहुंचे यह देखने के लिए की वह मेरी या नहीं. जब उन्होंने पाया कि वह मर चुकी है तो उन्होंने घर को साफ किया और हत्या से जुड़े सबूत जैसे हाथ-पैर बांधने के लिए इस्तेमाल किए गए कपड़े आदि को लेकर वे फरार हो गए. भागने से पहले मोनिका ने दरवाजे पर सेंट्रल लॉक लगा दिया था ताकि इससे लोग कंफ्यूज हो जाएं.


पुलिस ने बरामद की सेंट्रल लॉक की चाभी
अगले दिन मोनिका अपनी मां के घर पहुंची और फिर दरवाजे को तोड़ने के लिए पुलिस से मदद मांगी. पुलिस ने आरोपी मोनिका की निशानदेही पर उत्तम नगर स्थित उसके घर से सेंट्रल लॉक की चाबी भी बरामद कर ली है. आरोपी ने मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है और वह साकेत के पंचशील स्थित एक स्कूल में पढ़ती थी लेकिन वर्तमान में वह बेरोजगार थी.


नरेला का रहने वाला उसका मंगेतर नवीन इंटीरियर डिजाइनर का काम करता था, लेकिन फिलहाल वह भी बेरोजगार था और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था. जबकि सोनीपत का रहने वाला आरोपी योगेश पलंबर का काम करता था.


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