Delhi News: उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान फल और सब्जी बेचने वालों के नेम प्लेट लगाने के आदेश के बाद विवाद खड़ा हो गया था, वहीं अब ऐसा ही कुछ राजधानी दिल्ली में देखने को मिल रहा है. वेस्ट दिल्ली के नजफगढ़ और ईस्ट दिल्ली के विनोदनगर इलाके में फल और सब्जी बेचने वाले दुकानदार नेम प्लेट और भगवा झंडा लगाने लगे है. जिसकी खूब चर्चाएं हो रही है.


दरअसल, नजफगढ़ में फल और सब्जी वालों ने जो नेम प्लेट लगाई है उसपर व्यापार मंडल एसोशिएशन की तरफ से दुकानदार का नाम, मोबाइल नंबर और ठेले का नंबर भी लिखा गया है. जिसको लेकर ठेलों वालों का कहना है कि जब कुछ लोग खराब काम करते हैं तो उनकी वजह से सबका नाम खराब होता है. 


‘नेम प्लेट किसी पर थोपी नहीं गई’
मामले को लेकर बीजेपी पार्षद अमित खड़खड़ी का कहना है कि नेम प्लेट किसी पर थोपी नहीं गई है. इसमें मंडियों की सहमति है. इसकी रिपोर्ट इलाके के एसडीएम के अलावा एमसीडी और दिल्ली पुलिस को जाएगी. सुरक्षा के लिहाज से ये कदम उठाया गया है. वहीं दूसरी तरफ विनोद नगर इलाके में फल और सब्जी बेचने वालों ने अपनी धार्मिक पहचान के लिए भगवा झंडे लगाए हुए हैं. जिसको लेकर बीजेपी पार्षद रवि नेगी ने कहा कि विनोद नगर के ई-ब्लॉक, श्रीराम चौक, नालंदा चौक पर ऐसा किया गया है.


‘पेमेंट करते है तो बदल जाती है पहचान’
रवि नेगी ने आगे कहा कि त्योहारों के दौरान महिला कीर्तन मंडली और आरड्ब्लूए ने शिकायत की थी कि जब वे सामान खरीदने के बाद पेमेंट करते हैं तो दुकानदार की पहचान बदल जाती है. जिससे उनकी सनातन की आस्था खतरे में पड़ जाती है. इसलिए पटपड़गंज विधानसभा में अभियान जारी रहने वाला है. उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि के नाते दुकानदारों और रेहड़ीवालों से अपील की गई कि दुकानदारों को भगवा झंडा लगाना चाहिए. हमने सिर्फ सनातन धर्म का पालन करने वालों को ऐसा कहा हम मुस्लिमों के पास नहीं गए.


यह भी पढ़ें: 'बस मार्शलों की पक्की नौकरी का मामला LG के अधीन, पॉलिसी...', आतिशी का बड़ा बयान