RAPIDX: रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर के पहले सेक्शन साहिबाबाद से दुहाई तक के 17 किलोमीटर लंबे रूट पर आधिकारिक रूप से कल यानी 21 अक्टूबर को नमो भारत ट्रेन (Namo Bharat Train) की शुरुआत हो गयी है. 20 अक्टूबर को पीएम मोदी ने इस रूट पर ट्रेन के परिचालन का शुभारंभ किया था. जिसके बाद कल पहले ही दिन इस ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों का आंकड़ा 10 हजार से पार कर गया.


इस ट्रेन ने सफर के लिए पहले दिन यात्रियों में गजब का उत्साह नजर आया. वहीं RRTS से जुड़े अधिकारियों ने भी पूरी गर्म जोशी के साथ यात्रियों के पहले समूह का स्वागत किया. यह ट्रेन शानदार है. यही नहीं स्टेशन-प्लेटफॉर्म की सुविधाएं भी विश्वस्तरीय हैं. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता है. ट्रेन, स्टेशनों और प्लेटफॉर्म्स पर यात्रियों और किसी भी गैरकानूनी गतिविधियों की पहचान से बचाव के लिए कड़ें उपाय किए गए हैं. इसके लिए एनसीआरटीसी ने आधुनिक तकनीकों पर आधारित परिष्कृत सुरक्षा प्रणाली स्थापित की है.


स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
यह सुरक्षा प्रणाली नई तकनीकों से लैस है और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी इस्तेमाल किया गया है. साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो के सभी पांच स्टेशनों में चारों तरफ लगातार सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है. यहां दो-स्तरीय निगरानी सुनिश्चित की गयी है. एक स्टेशन स्तर पर और दूसरा केंद्रीय स्तर पर. कहीं भी कोई भी संदिग्ध व्यवहार या गलत हरकत इन सीसीटीवी कैमरों में आसानी से कैद हो जाएगी. 


मेटल डिटेक्टर और AI से यात्रियों की सुरक्षा जांच
वहीं, इस सेक्शन पर चलने वाली सभी नमो भारत ट्रेन में भी 36 कैमरे लागए गए हैं, जो किसी भी अनधिकृत प्रवेश, लावारिस सामान, भीड़भाड़ आदि के बारे में अलर्ट जारी करेंगे. यहां एक समर्पित सिक्योरिटी कंट्रोल रूम निरंतर यात्रियों की सुरक्षा पहलुओं की निगरानी करता है. साथ ही कंट्रोल सभी सुरक्षा कर्मचारियों के साथ लगातार संपर्क में रहता है. स्टेशनों में प्रवेश के समय यात्रियों की सुरक्षा जांच मल्टी जोन डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर से की जा रही है.


UPSSF को दी गई सुरक्षा की जिम्मेदारी
डीएफएमडी यात्रियों की सिर से पैर तक पूरी जांच करता है, ताकि किसी भी संदिग्ध वस्तु को स्टेशन के अंदर पहुंचने से रोका जा सके. इसके अलावा, स्टेशन प्रवेश पर बैगेज स्कैनर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की खूबी से लैस हैं, जो सभी प्रकार के सामान को आसानी से स्कैन करने में सक्षम हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी स्टेशनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल (UPSSF) को सौंपी गई है.


एनसीआरटीसी ने उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल के इन तैनात सुरक्षा बलों को परिचालन प्रक्रियाओं के साथ-साथ विभिन्न अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों के उपयोग और आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने का प्रशिक्षण भी दिया है.


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