PM Modi Interview: AAP प्रवक्ता का बड़ा बयान, 'अगर फेक न्यूज हार्मफुल तो सबसे पहले अपना मंत्रिमंडल बर्खास्त करें PM मोदी'
Delhi: पीएम मोदी ने फर्जी खबरों को लेकर अपने इंटरव्यू में कहा कि, फर्जी खबरें समाज में अराजकता पैदा कर सकती हैं. समाचार स्रोतों की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
Delhi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नई दिल्ली में अगले हफ्ते होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बात की. इस दौरान पीएम ने फर्जी खबरों को लेकर भी कहा कि, फर्जी खबरें बहुत ही हार्मफुल है. इसपर अब आप ने पलटवार किया और कहा अगर ये हार्मफुल है तो आप सबसे पहले अपना मंत्रिमंडल बर्खास्त करें. आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कर ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'ऐसा लगता है कि पीएम मोदी जमीनी हकीकत से परिचित नहीं हैं, क्योंकि ज्यादातर फर्जी खबरों के लिए उनका मंत्रिमंडल जिम्मेदार है.'
पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने फर्जी खबरों को लेकर अपने इंटरव्यू में कहा कि, फर्जी खबरें समाज में अराजकता पैदा कर सकती हैं. समाचार स्रोतों की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इनका इस्तेमाल सामाजिक अशांति को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है. वहीं साइबर क्राइम के खतरे पर पीएम मोदी ने कहा कि,साइबरस्पेस ने अवैध वित्तीय गतिविधियों और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बिल्कुल नया आयाम पेश किया है. साइबर खतरों को बहुत गंभीरता से लिया जाना चाहिए. साइबर आतंकवाद, ऑनलाइन कट्टरपंथ, मनी लॉन्ड्रिंग बिल्कुल हिमशैल की नोक की तरह है. आतंकवादी नापाक मकसदों को पूरा करने के लिए डार्कनेट, मेटावर्स, क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं.
VIDEO | "It looks like he (PM Modi) is not familiar with the ground reality as his Cabinet is responsible for most of the fake news," says AAP national spokesperson @PKakkar_ on PM Modi's remark on fake news in his interview with PTI. pic.twitter.com/wZ006igBuy
— Press Trust of India (@PTI_News) September 3, 2023
'पूरी दुनिया की नजर भारत पर'
पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया की नजर अब भारत की ओर है. दुनिया का नजरिया अब मानव केंद्रित हुआ है. ‘सबका साथ, सबका विकास’ अब विश्व कल्याण के लिए भी एक मार्गदर्शक सिद्धांत साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि दुनिया में अब तक जीडीपी-केंद्रित दृष्टिकोण चलता रहा है, लेकिन अब इसमें खासा बदलाव आ गया है और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के रूप में बदल रहा है. यही नहीं भारत इसमें उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है. 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र होने की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र हो जाएगा. हमारे राष्ट्रीय जीवन में अब भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता की कोई जगह नहीं होगी.