(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
National War Memorial: बच्चे पढ़ेंगे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की क्या है अहमियत? NCERT ने 7वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में इसे किया शामिल
NCERT News: 7वीं कक्षा के छात्रों को सेना के बहादुर जवानों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान के अलावा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (NWM) के इतिहास और महत्व के बारे में पढ़ाया जाएगा.
Delhi News: बच्चे स्कूल में पढ़ाई के दौरान, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान के साथ देश के इतिहास, स्वतंत्रता एवं इससे संबंधित घटनाक्रमों के बारे में पढ़ते हैं. अभी तक किसी भी स्कूल में स्वतंत्रता के बाद हुए राष्ट्रीय युद्धों से संबंधित देश के शहीद हुए योद्धाओं के बारे में पढ़ाने की व्यवस्था नहीं है. अब राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने 7वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर एक अध्याय शामिल किया है, जिसमें 7वीं कक्षा के छात्रों को स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र की सेवा में सेना के बहादुर जवानों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान के अलावा, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (NWM) के इतिहास और महत्व के बारे में पढ़ाया जाएगा.
पाठ्यक्रम में शामिल किए गए अध्याय का शीर्षक 'हमारे बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि' है. इसकी पढ़ाई की शुरुआत अगले शैक्षिक वर्ष से होगी. रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय ने स्कूली बच्चों में देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण, साहस और बलिदान के मूल्यों को विकसित करना और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से इसकी संयुक्त पहल की है.
क्या है पाठ्यक्रम में शामिल करने की वजह?
पाठ्यक्रम में शामिल यह अध्याय स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र की सेवा में सशस्त्र बलों के बहादुर जवानों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान के अलावा, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के इतिहास, महत्व और अवधारणा पर प्रकाश डालता है. इस अध्याय में दो मित्र, पत्रों के आदान-प्रदान के माध्यम से देश के बहादुर जवानों द्वारा किए गए बलिदानों के कारण मिली स्वतंत्रता के लिए अपनी कृतज्ञता की भावनाओं को व्यक्त करते हैं. इस अध्याय में, प्रतिष्ठित स्मारक को देखने के दौरान, भावनात्क रूप से बच्चों के मन पर जो गहरा प्रभाव और जुड़ाव पैदा होता है उसे NCERT के लेखकों द्वारा रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत किया गया है.
PM ने किया था राष्ट्र को समर्पित
बता दें कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को राष्ट्र को समर्पित किया था. इस राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की स्थापना देशवासियों में बलिदान और राष्ट्रीयता की भावना की भावना पैदा करने के साथ देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से की गई थी.