Delhi News: राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपराध ब्यूरो (एनआरसीबी) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में नाबालिगों के अपहरण की घटनाओं में दो प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिन किशोरों का अपहरण किया गया उनमें अधिकतर की आयु 12 से 18 वर्ष है. इस आयु वर्ग की अपहरण की गईं लड़कियों की संख्या लड़कों की तुलना में दोगुनी से अधिक है. एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक अपहरण के मामले 2022 में बढ़कर 5,585 हो गई जबकि 2021 में इनकी संख्या 5,475 थी. 2020 में 4,011 मामले दर्ज किए गए थे. 


साल 2022 में 12 से 16 साल की उम्र के बीच के 2,659 किशोरों का अपहरण किया गया, जिनमें 771 लड़के और 1,888 लड़कियां थीं. 16 से 18 आयु वर्ग के 2,245 किशोरों का अपहरण किया गया, जिनमें 569 लड़के और 1,676 लड़कियां थीं. साल 2022 में 6 से 12 आयु वर्ग के 315 लड़कों और 260 लड़कियों जबकि 0-6 आयु वर्ग के 66 लड़कों और 45 लड़कियों का अपहरण किया गया.


दिल्ली में  किशोर अपराध कई गुना ज्यादा


एनआरसीबी के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार 2022 में दिल्ली में दर्ज किए गए 2,436 आपराधिक मामलों में किशोर शामिल पाए गए. यह आंकड़ा भारत के अन्य 19 महानगरों की तुलना में कई गुना अधिक है. कुल मिलाकर 92 मामले हत्या और 154 हत्या के प्रयास के थे.


रेप के 86 मामले में किशोर शामिल


दिल्ली में 2022 में बलात्कार के 86 मामलों में किशोर शामिल थे. इसके अलावा, महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने के 68, अपहरण के 22, चोट पहुंचाने के 286, चोरी के 862, डकैती के 235 और लापरवाही से गाड़ी चलाने के 24 मामलों में किशोर संलिप्त पाए गए.


दिल्ली के बाद दूसरे नंबर पर चेन्नई


एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के बाद दूसरे नंबर पर चेन्नई में पिछले साल 521 आपराधिक मामलों में किशोर शामिल पाए गए. अहमदाबाद में ऐसे 433, मुंबई में 363, हैदराबाद में 300, पुणे में 278, इंदौर में 211, नागपुर में 210, जयपुर में 205 और सूरत में 137 मामले सामने आए. कोलकाता में 2022 में नौ आपराधिक मामलों में किशोर शामिल पाए गए. 2021 में दिल्ली में 2,618 मामलों में और 2020 में 2,336 मामलों में किशोर शामिल थे.


दिल्ली में प्रेम-प्रसंग के चलते हत्या के 16 मामले 


इसके अलावा, दिल्ली में 2022 में प्रेम संबंधों के कारण हत्या के 16 मामले सामने आये. इनमें श्रद्धा वाल्कर की सनसनीखेज हत्या का मामला भी शामिल है. वाल्कर के लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने कथित तौर पर किसी अन्य व्यक्ति से संबंध होने के संदेह में गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी और शव के 35 टुकड़े कर दिए थे. वाल्कर के शव को दक्षिणी दिल्ली के महरौली के निकट जंगल में फेंक दिया गया था.


हत्या में 501 मामले दर्ज


राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार दिल्ली में हत्या के कुल 501 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से कम से कम 13 मामले नाजायज संबंधों, 54 आपसी रंजिश, 197 पारिवारिक, संपत्ति और अन्य झगड़ों से संबंधित थे.


सड़क दुर्घटनाओं में 2103 लोगों की मौत


दिल्ली में 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में 2,103 लोगों की मौत हुई, जो देशभर में सबसे अधिक हैं. इसी तरह भारत में आकस्मिक मृत्यु और आत्महत्याएं 2022 रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में देश में सबसे अधिक 5,387 सड़क दुर्घटनाएं हुईं. दिल्ली समेत 53 बड़े शहरों में सड़क दुर्घटनाओं में हुईं अधिकतर (51.5 प्रतिशत) मौतें तेज गति से गाड़ी चलाने के कारण हुईं. इसके बाद 31.3 प्रतिशत मौतें खतरनाक या लापरवाही से वाहन चलाने/ओवरटेक करने जबकि 2.7 प्रतिशत मादक पदार्थों या शराब के प्रभाव में गाड़ी चलाने से हुईं. आंकड़ों के मुताबिक 2022 के दौरान देशभर के 53 शहरों में कुल 68,236 सड़क दुर्घटनाएं हुईं और इन दुर्घटनाओं में 57,246 लोग घायल हुए, जबकि 17,680 लोगों की मौत हो गई.


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