Delhi News: नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) इलाके में रहने वाले लोगों को अचानक बिजली गुम से बड़ी राहत मिलेगी. एनडीएमसी, केबल में आई गड़बड़ी का पता लगा कर उसे दूर करने के लिए अब केबल फॉल्ट लोकेटिंग वैन की सहायता लेगी. सोमवार को ऐसे दो वाहनों को केबल में आई गड़बड़ी का पता लगाने के लिए रवाना किया गया. इसे एनडीएमसी के चेयरमैन अमित यादव (AMit Yadav) ने हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की. इस मौके पर, एनडीएमसी सेक्रेटरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे. ये वैन 66,000 वोल्ट तक बिजली केबलों में फॉल्ट स्थानों का पता लगाने में सक्षम हैं.


केबल में आई खराबी ढूंढने वाली ये नई वैन उपभोक्ताओं और नागरिकों को पहले की तुलना में ज्यादा जल्दी बिना ब्रेक हुए बिजली आपूर्ति की बेहतर सेवाएं प्रदान करेंगी, क्योंकि 400 मेगाहर्ट्ज के साथ नवीनतम पीढ़ी की प्रणाली और एल्गोरिदम के साथ नवीनतम सॉफ्टवेयर ऐसे दोषों की दूरी को बहुत सटीक मापते हैं. बेहतर सटीकता से खराबी का पता लगाने और उस पर आगे की मरम्मत के लिए की जाने वाली कार्रवाई में लगने वाला समय अब काफी कम हो जाएगा.


दोनों वैन की लागत 6.5 करोड़ रुपये


केबल फॉल्ट लोकेटर मशीनयुक्त दोनों वैन सीएनजी चालित हैं, जिससे वायु प्रदूषण भी कम होगा. स्मार्ट सिटी मिशन के तहत खरीदे गए इन दोनों वैन पर 6.5 करोड़ रुपये की लागत आई है. निवारक उपाय और केबल राउटर ट्रेसर के रूप में केबल डायग्नोस्टिक के लिए केबल फॉल्ट का पता लगाने वाली मशीनों का उपयोग अब पूरे साल किया जा सकेगा. इससे यातायात के लिहाज से दिल्ली के सबसे व्यस्त इलाकों में सड़कों की खुदाई में भी कमी आएगी.


आसानी से चल सकेगा केबल फॉल्ट का पता


ये फॉल्ट लोकेटर वैन स्क्रीन पर सभी गड़बड़ी को लिखित रूप में इंगित करेगी. वहीं सिस्टम में लंबी केबल के लिए भी फॉल्ट स्थानों का आसानी से पता लगाने के लिए मल्टी शॉट एआरएम जैसी सुविधाएं भी इसमें शामिल हैं. भारी ट्रैफ़िक के साथ दिन के समय भी शोर और डिफॉल्ट स्थानों को दबाने के लिए पिनपॉइंट यूनिट को अतिरिक्त फिल्टर प्रदान किए जाते हैं. रूट ट्रेसर सॉफ्टवेयर और अतिरिक्त हार्डवेयर के साथ केबल फॉल्ट निदान की भविष्य की सुविधाओं के लिए केबल फॉल्ट का जीपीएस सक्षम मानचित्र मार्ग भी इसमें उपलब्ध होगा.


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