नीट पीजी काउंसलिंग 2021 को लेकर दिल्ली में पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों की मांगे पूरी होती और ये संघर्ष थमता नहीं दिख रहा है. दरअसल डॉक्टरों के डेलीगेशन और यूनियन हेल्थ मिनिस्टर के बीच नीट पीजी काउंसलिंग को लेकर हुई वार्ता विफल रही. इस कारण डॉक्टरों ने प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है. नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग में देरी को लेकर पिछले 12 दिनों से प्रदर्शन कर रहे दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टर प्रदर्शन जारी रखेंगे.
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के बीच निर्माण भवन में बैठक हुई, लेकिन डॉक्टरों के संगठन ने कहा कि उनका ‘जवाब संतोषजनक नहीं था.’
आज दिन में अपना आंदोलन तेज करते हुए, बड़ी संख्या में रेजिडेंट डॉक्टरों ने मंगलवार को केंद्र द्वारा संचालित सफदरजंग अस्पताल के परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, जबकि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था.
12 दिन से चल रहा है आंदोलन -
फोर्डा की अगुवाई में आंदोलन मंगलवार को 12वें दिन जारी रहा जबकि केंद्र द्वारा संचालित तीन अस्पतालों - सफदरजंग, आरएमएल और लेडी हार्डिंग अस्पतालों और दिल्ली सरकार द्वारा संचालित कुछ अस्पतालों में मरीजों की देखभाल प्रभावित रही. इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने जनहित में डॉक्टरों से हड़ताल वापस लेने का अनुरोध किया.
हालांकि डॉक्टरों के डेलीगेशन के बयान के अनुसार, ‘‘शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्रूरता के बाद, संबंधित पक्षों ने माफी नहीं मांगी है. सच्चाई यह है कि पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के विभिन्न प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के बाद, मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया गया है.’
हाल ही में हुई हाथापाई -
एक दिन पहले इस विरोध ने नाटकीय मोड़ ले लिया, जब चिकित्सकों और पुलिस कर्मियों का सड़कों पर आमना-सामना हुआ और दोनों पक्षों ने आरोप लगाया कि हाथापाई में कई लोगों को चोट लगी.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डॉक्टरों की हड़ताल के बीच कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सफदरजंग अस्पताल परिसर में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.
क्या कहना है पुलिस का -
इस बारे में पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘100 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. यह अस्पताल में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुनिश्चित करने के लिए भी है. फिलहाल स्थिति सामान्य है और नियंत्रण में है. रेजिडेंट डॉक्टर यहां शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.’
पुलिस ने सोमवार की रात कहा कि कोविड उल्लंघन, दंगे और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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